'अमित शाह का दावा मतलब BJP की हार ...', बोले JDU अध्यक्ष ललन सिंह .... इमरजेंसी से भी खराब हो गई है देश की हालत, कुछ भी बोलने पर हो जाता है रेड

'अमित शाह का दावा मतलब BJP की हार ...', बोले JDU अध्यक्ष ललन सिंह ....  इमरजेंसी से भी खराब हो गई है देश की हालत, कुछ भी बोलने पर हो जाता है रेड

PATNA : भाजपा इमरजेंसी की याद दिलवा रही है। आज इमरजेंसी से ज्यादा बदतर हालात हो गया है। आज कोई अगर एक शब्द बोलता है तो उसके यहां सीबीआई और ईडी का छापा पड़ने लगता है। यह बातें जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की तरफ से कही गई है।


दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से यह सवाल किया गया कि भाजपा आपकी बैठक को लेकर तंज कर रही हो और इसे इमरजेंसी से तुलना कर रही है। जिसके बाद ललन सिंह ने कहा कि वह लोग क्या  इमरजेंसी की बात करेंगे उससे बदतर हालत तो आज हो गया है। आज भाजपा खिलाफ कोई बोलता है तो ईडी और सीबीआई की रेड हो जाती है। इमरजेंसी के दौरान कभी भी इंदिरा गांधी ने ईडी, सीबीआई और आईटी का प्रयोग नहीं किया था। हम लोग भी जेल में थे। लेकिन आज तो लोगों को डराया जा रहा है। लोगों को धमकाया जा रहा है। सारी संस्थाओं को नियंत्रित कर पॉकेट में रख लिए हैं यह लोग। आज तो इमरजेंसी से भी बदतर स्थिति है पूरा देश का लोकतंत्र खतरे में है।


इसके आगे ललित ने कहा कि इस देश की जरूरत थी लोकतंत्र को बचाना है और लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस हमारे साथ खड़ी है तो हमलोग भी उसके साथ खड़े हैं। विपक्षी एकता की बैठक में सभी नेता का एकमात्र था और सब लोगों ने एक मत से भाजपा को हटाने का निर्णय लिया है।


इसके अलावा भाजपा की तरफ से किए जा रहे दावे पर ललन सिंह ने कहा कि अगर उन्होंने यह  भविष्यवाणी किया है कि इस बार 300 से अधिक सीट जीतकर फिर से सत्ता में आ रहे हैं तो इसका मतलब है कि मोदी जी हार रहे हैं। क्योंकि 2015 में जब बिहार में विधानसभा का चुनाव हो रहा था तो तीन महीना अमित शाह बिहार में रहे थे और उन्होंने भविष्यवाणी किया था कि जिस दिन तक गिनती होगी उस दिन सुबह सवेरे ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन जाएगी क्या हुआ 53 सीट मात्र जीत पाए। इसलिए अमित शाह दावा कर रहा है कि मोदी जी 300 सीट लाकर सरकार बनाएंगे तो फिर मोदी जी चुनाव हार रहे हैं।


इधर,  केजरीवाल के नाराज होने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि,यह कोई एजेंडा नही है। इसमें एजेंडा विपक्ष की एकजुटता का था इसलिए उसकी अपनी कुछ भी राय होगी उसकी यहां कोई चर्चा नहीं हुई। उनकी अपनी सोच है, पटना में सभी लोग लोकसभा चुनाव की रणनीति तय करने आए थे।