ARARIA: बिहार के अररिया में लापरवाही (carelessness) की सारी हदें पार हो गईं। यहां फारबिसगंज रेलवे स्टेशन (railway station) के प्रबंधक ने जीवित महिला का डेथ मेमो जारी (death memo of living woman) कर दिया। स्टेशन प्रबंधक ने बिना जांच पड़ताल के जीवित महिला को मृत बता दिया और रेल पुलिस को महिला का पोस्टमार्टम कराने के लिए डेथ मेमो भेज दिया। इसके बाद जो कुछ हुआ उसे देखकर हर कोई दंग रह गया।
दरअसल, फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक महिला कई घंटों से कंबल में लिपटी पड़ी हुई थी। काफी समय बीत जाने के बाद जब महिला नहीं उठी तो वहां मौजूद रेलकर्मियों को महिला की मौत होने का शक हुआ। देखते ही देखते यह बात पूरे स्टेशन परिसर में फैल गई।
बात स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार झा के पास पहुंची तो उन्होंने बिना कोई जांच पड़ताल किए ही महिला को मृत मान लिया और आरपीएफ-जीआरपी को महिला का पोस्टमार्टम कराने के लिए डेथ मेमो जारी कर दिया। स्टेशन प्रबंधक की तरफ से भेजा गया डेथ मेमो जब रेल पुलिस के पास पहुंचा तो सोमवार को आऱपीएफ और जीआऱपी की टीम महिला को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी तो महिला उठ खड़ी हुई।
मृत महिला के उठकर खड़ा होने के बाद वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। महिला के जिंदा होने की खबर जब स्टेशन प्रबंधक को मिली तो वे भी दंग रह गए और उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ। फिलहाल महिला को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार झा ने पूरे मामले पर कहा है कि गलतफहमी के कारण यह हो गया, स्टाफ ने गलत सूचना दे दी थी।