अजय कुमार सिंह ने झारखंड के नये डीजीपी के रूप में पदभार किया ग्रहण, बेहतर पुलिसिंग और नागरिकों की सुरक्षा पर होगा फोकस

अजय कुमार सिंह ने झारखंड के नये डीजीपी के रूप में पदभार किया ग्रहण, बेहतर पुलिसिंग और नागरिकों की सुरक्षा पर होगा फोकस

RANCHI: 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को राज्य के नये डीजीपी के रूप में पदभार ग्रहण किया। वे प्रदेश के 13वें डीजीपी है और अगले दो साल तक डीजीपी रह सकते है। पद्भार ग्रहण करने के बाद उन्होने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने से भी शिष्टाचार मुलाकात की। सीएम ने उन्हे राज्य का नया डीजीपी बनने पर बधाई दी।


पदभार ग्रहण के बाद नये डीजीपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस का जो बेसिक काम होता है बेहतर पुलिसिंग और नागरिकों की सुरक्षा उसपर विशेष ध्यान दिया जाएगा, पहले से जो काम बेहतर हो रहा है उसे और बेहतर किया जाएगा। अपराध नियंत्रण और अपराध रोकथाम उनकी पहली प्राथमिकता है। कम्यूनिटी पुलिसिंग और सीनियर सिटीजन की सुरक्षा को लेकर कई राज्यों में बेहतर काम हुआ है उसको देखते हुए यहां भी इस चीज को बेतहर करने का प्रयास किया जाएगा। नक्सल समस्या को लेकर डीजीपी ने कहा कि भटके हुए लोगों को मेन स्ट्रीम में लाया जाएगा। राज्य में बढ़ रहे साइबर अपराध को नियंत्रित करने के लिए डीजीपी ने कहा कि इसके लिए पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी और जो भी इससे संबंधित इक्यूमेंट उन्हे चाहिए होगा वो उपलब्ध कराया जाएगा।


बेहत शांत स्वभाव के सख्त अधिकारी माने जाने वाले आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह बिहार और झारखंड के कई जिलों में पुलिस अधीक्षक रह चुके है। बतौर एसपी पूर्णिया, छपरा, लखीसराय, गोड्डा, देवघर और धनबाद में वो योगदान दे चुके है। वही वो हजारीबाग के डीआईजी भी रहे चुके है। डीजीपी बनने से पहले वो पुलिस हाउसिंग और एसीबी के चीफ थे।