ऐसे बनेगा दरभंगा में एम्स? तेजस्वी ने पहले पीएम को झूठा बताया, अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र की आभारी रहेंगे

ऐसे बनेगा दरभंगा में एम्स? तेजस्वी ने पहले पीएम को झूठा बताया, अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र की आभारी रहेंगे

PATNA: दरभंगा में एम्स को लेकर बिहार सरकार अजीबोगरीब काम कर रही है. पहले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री को झूठा करार दिया. फिर नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को कोसा. इससे पहले जेडीयू, राजद और कांग्रेस के 15 सांसदों ने केंद्र सरकार को ज्ञापन देकर कहा था कि दरभंगा के बदले सहरसा में एम्स बनाइये. अब तेजस्वी यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र भेजा है. कहा है-जहां हम कह रहे हैं वहीं दरभंगा एम्स बनाइये, इसके लिए बिहार की जनता सदा आपका आपकी आभारी रहेगी.


तेजस्वी का पत्र

दरभंगा एम्स को लेकर तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है. तेजस्वी ने दरभंगा एम्स के लिए राज्य सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को सही करार देते हुए उसी जगह पर एम्स बनाने का अनुरोध किया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने दरभंगा जिले के बहादुरपुर अंचल के तहत एकमी-शोभन बाइपास पर अवस्थित जमीन पर ही एम्स बनाने का आग्रह केंद्र सरकार से कर रखा है. केंद्र सरकार ने जब वहां एम्स बनाने से इंकार कर दिया था तो पुनर्विचार का अनुरोध किया था, लेकिन उसका जवाब नहीं आया. 


तेजस्वी यादव ने कहा है कि राज्य सरकार जिस जमीन पर एम्स बनाने को कह रही है कि वह इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से मात्र तीन किलोमीटर पर है. आमस-दरभंगा फोर लेन से पांच किलोमीटर और दरभंगा एयरपोर्ट से 10 किलोमीटर की दूरी पर है. इससे मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में सुविधा होगी. दरभंगा शहर के बाहर एम्स की स्थापना होने से शहर का विस्तार होगा. इससे उत्तर बिहार, मिथिलांचल और नेपाल के लोगों को उच्चस्तरीय इलाज की सुविधा प्राप्त होगी. दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल और एम्स दोनों संस्थान के अलग-अलग बनने की स्थिति में दोनों अस्पताल विशेषज्ञ अस्पताल के रूप में विकसित हो सकेंगे।


तेजस्वी यादव ने कहा है कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज में अब जमीन उपलब्ध नहीं है क्योंकि राज्य सरकार ने उसे 25 सौ बेड के अस्पताल में विकसित करने हेतु 3115 करोड़ की योजना स्वीकृत कर दी है. इसके लिए निविदा की कार्रवाई चल रही है. इसलिए राज्य सरकार ने शोभन बायपास पर एम्स के निर्माण के लिए 151.17 एकड़ जमीन में से 113.86 एकड़ दे चुकी है. उस जमीन पर मिट्टी भराई के लिए राज्य योजना से 309 करोड़ की योजना भी स्वीकृत की जा चुकी है. 


जनता आभारी रहेगी

तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार से कहा है कि दरभंगा एम्स का निर्माण उसी जमीन पर की जाये जो राज्य सरकार द्वारा दी गई है. केंद्र सरकार इस दिशा में अविलंब फैसला ले. वैसे भी देश में अधिकतर एम्स का निर्माण ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में किया गया है. इसलिए केंद्र सरकार द्वारा इस मसले पर सकारात्मक निर्णय लिए जाने के लिए उत्तर बिहार की जनता आशान्वित है और इसके लिए बिहार की जनता आपकी सदैव आभारी रहेगी. 


पहले सियासत फिर पत्र

बता दें कि केंद्र सरकार ने 2019 में ही दरभंगा में एम्स बनाने का एलान किया था. एम्स की स्थापना के नियमों के मुताबिक जमीन राज्य सरकार को देना होता है और बाकी सारा काम केंद्र सरकार करती है. केंद्र के एलान के बाद नीतीश कुमार ने दरभंगा में पहले से मौजूद मेडिकल कॉलेज अस्पताल को एम्स में अपग्रेड करने की मांग की. लेकिन केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि एम्स की नीति के मुताबिक पुराने कॉलेज को अपग्रेड नहीं किया जायेगा. इसके बाद नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में ही एम्स बनाने के लिए जमीन देने की जानकारी दी. राज्य सरकार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में 81 एकड़ जमीन भी केंद्र को दे दी. 


लेकिन बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश सरकार ने यू टर्न मार लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र को दरभंगा शहर के बाहर शोभन बायपास में एम्स बनाने को कहा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में दी गयी 81 एकड़ जमीन वापस ले ली गयी. राज्य सरकार ने जिस जमीन पर एम्स बनाने को कहा, उसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक्सपर्ट कमेटी ने रिजेक्ट कर दिया. एक्सपर्ट कमेटी ने रिपोर्ट दी कि जमीन काफी नीचे है. मिट्टी की क्वालिटी सही नहीं है. आस-पास का पूरा इलाका जलजमाव और बाढ़ वाला इलाका है. वहां एम्स जैसे बड़े संस्थान की स्थापना नहीं की जा सकती.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई महीने पहले ही बिहार सरकार को बता दिया कि दरभंगा के शोभन बायपास में जो जमीन दी गयी है, वहां एम्स नहीं बन सकता. उसके बाद से नीतीश कुमार से लेकर तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोला. नीतीश लगातार कह रहे हैं कि केंद्र सरकार को उसी जमीन पर एम्स बनाना होगा, जो बिहार सरकार ने दी है. नहीं तो जो करना है करें. तमाम सियासत के बाद अब तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार को पत्र लिख दिया है.