बिहार चुनाव: भूमिहार समाज के 25 विधायक जीते, भाजपा 12–जदयू 7 उम्मीदवार विजयी जमुई में फिर दोहराया इतिहास, चकाई विधानसभा क्षेत्र में 35 साल से कोई विधायक दोबारा नहीं जीता शानदार रहा HAM पार्टी का स्ट्राइक रेट, 6 में से 5 प्रत्याशी जीते, मांझी बोले..जंगलराज की आहट को बिहार की जनता ने ठेंगा दिखा दिया महुआ से चुनाव हारने के बाद बोले तेजप्रताप यादव, कहा..हमारी हार में भी जनता की जीत छिपी है जमुई विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर एनडीए की जीत, चकाई सीट महागठबंधन के खाते में Bihar Election Result 2025: छपरा सीट से आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव चुनाव हारे, चुनावी नतीजों पर क्या बोले भोजपुरी एक्टर? Bihar Election Result 2025: छपरा सीट से आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव चुनाव हारे, चुनावी नतीजों पर क्या बोले भोजपुरी एक्टर? बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? मीडिया के इस सवाल से बचते दिखे दिलीप जायसवाल, कहा..कल बताएंगे Bihar Election Result 2025: रघुनाथपुर सीट से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब जीते, जेडीयू के विकास सिंह इतने वोट से हारे Bihar Election Result 2025: रघुनाथपुर सीट से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब जीते, जेडीयू के विकास सिंह इतने वोट से हारे
1st Bihar Published by: Updated Thu, 23 Jun 2022 05:03:40 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि बिहार में उर्दू भाषा का गला दबाया जा रहा है. उर्दू को पढ़ने-लिखने का मामला बंद कराया जा रहा है. स्कूलों में उर्दू भाषा के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है, जिससे आधी आवादी सदमे में है और सरकार से नाराज है.
AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि बिहार में इस समय 80 हजार से ज्यादा उर्दू भाषा के शिक्षकों की संख्या खाली है. 2013 में उर्दू-बंगला भाषा के शिक्षकों के भर्ती के लिए परीक्षा हुआ था. लेकिन 12 हजार बच्चों को पास करने के बजाए फेल कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में कोर्ट ने सरकार को फटकार भी लगाई. लेकिन अब तक उन लोगों का भर्ती नहीं हुआ है.
अख्तरुल इमान ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक पहले उर्दू भाषा की पढ़ाई होती थी. लेकिन अब इसे धीरे-धीरे हटाया जा रहा है. स्कूल में उर्दू के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि शिक्षकों की भर्ती नहीं होगी तो बच्चों को कौन पढ़ायेगा? उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि उर्दू के शिक्षक दूसरा भाषा नहीं पढ़ाते हैं. वो अन्य विषय भी पढ़ाते हैं.
AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि गर किसी जगह पर 10 बच्चें भी उर्दू पढ़ना चाहेंगे तो पढ़ाया जायेगा. लेकिन ऐसा कुछ होता दिखाई नही दे रहा है. सरकार उर्दू भाषा का गला दबा रही है. उर्दू भाषी सरकार से काफी नाराज हैं. इसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए.