Bihar News: बिहार में नेपाल की तरह अराजकता और हिंसा फैलाना चाहती थी युवती, अब पुलिस करेगी खातिरदारी बिहार में नई सरकार का खाका आज तैयार होगा: जेडीयू की बड़ी बैठकों में फैसले, 20 नवंबर को नीतीश लेंगे शपथ Patna Metro : जनवरी से इस रूट पर दौड़ने लगेगी मेट्रो, मलाही पकड़ी तक पूरा हुआ ट्रैक का काम; ISBT से किराया कितना; जानें Bihar Crime News: बिहार में कोचिंग से पढ़ाकर लौट रही युवती को भाई के सामने मारी गई गोली, मौत के बाद बवाल Bihar News: रेलवे निर्माण परियोजनाओं में घूसखोरी का बड़ा खुलासा, छापेमारी में इंजीनियर के साथ 3 गिरफ्तार; करोड़ों नकद बरामद BJP observers Bihar : बिहार में बीजेपी का जातीय दांव: दलित–ओबीसी नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर क्या संदेश देना चाहती है पार्टी Bihar Weather: बिहार में इस दिन से ठंड करेगी लोगों का जीना मुश्किल, समय रहते कर लें तैयारी Indian Railways News: बिहार से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, यात्रा से पहले देख लें शेड्यूल Bihar Politcis: CM नीतीश कुमार आज देंगे इस्तीफा, राजभवन में पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा PM Kisan: बिहार किसानों के लिए खुशखबरी! आज जारी होगी PM किसान की अंतिम किस्त, जानें पूरी डिटेल
1st Bihar Published by: Updated Thu, 23 Jun 2022 05:03:40 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि बिहार में उर्दू भाषा का गला दबाया जा रहा है. उर्दू को पढ़ने-लिखने का मामला बंद कराया जा रहा है. स्कूलों में उर्दू भाषा के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है, जिससे आधी आवादी सदमे में है और सरकार से नाराज है.
AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि बिहार में इस समय 80 हजार से ज्यादा उर्दू भाषा के शिक्षकों की संख्या खाली है. 2013 में उर्दू-बंगला भाषा के शिक्षकों के भर्ती के लिए परीक्षा हुआ था. लेकिन 12 हजार बच्चों को पास करने के बजाए फेल कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में कोर्ट ने सरकार को फटकार भी लगाई. लेकिन अब तक उन लोगों का भर्ती नहीं हुआ है.
अख्तरुल इमान ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक पहले उर्दू भाषा की पढ़ाई होती थी. लेकिन अब इसे धीरे-धीरे हटाया जा रहा है. स्कूल में उर्दू के शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि शिक्षकों की भर्ती नहीं होगी तो बच्चों को कौन पढ़ायेगा? उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि उर्दू के शिक्षक दूसरा भाषा नहीं पढ़ाते हैं. वो अन्य विषय भी पढ़ाते हैं.
AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि गर किसी जगह पर 10 बच्चें भी उर्दू पढ़ना चाहेंगे तो पढ़ाया जायेगा. लेकिन ऐसा कुछ होता दिखाई नही दे रहा है. सरकार उर्दू भाषा का गला दबा रही है. उर्दू भाषी सरकार से काफी नाराज हैं. इसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए.