अगुवानी पुल की तरह धराशायी हो जाएगी विपक्षी ब्रिज: चिराग का सीएम नीतीश पर बड़ा हमला

अगुवानी पुल की तरह धराशायी हो जाएगी विपक्षी ब्रिज: चिराग का सीएम नीतीश पर बड़ा हमला

PATNA: 12 जून को विपक्षी दलों की बैठक स्थगित होने के बाद अब दावा किया जा रहा है कि 23 जून को बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमे कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। विपक्षी दलों की इस बैठक को लेकर बिहार में सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक कभी भी नहीं होगी। इसी बीच लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज किया है। चिराग ने कहा है कि नीतीश बिहार में एक पुल तो ठीक से बना नहीं पा रहे हैं विपक्षी ब्रिज क्या खाक बना पाएंगे।


चिराग ने कहा है कि जो मुख्यमंत्री बिहार में पुल नहीं बना पा रहे वो विपक्षी ब्रिज बनाने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी एकता का ब्रिज भी उसी तरह से धराशायी हो जाएगा जैसे निर्माणाधीन अगुवानी पुल ध्वस्त हुआ था। जिस तरह का हश्र अगुवानी पुल का हुआ है वही हश्र नीतीश का कथित विपक्षी एकता का होने वाला है। विपक्ष के लोग एकसाथ आकर तस्वीर जरूर खींचवा सकते हैं। इस तरह की तस्वीर 2014 से ही देखने को मिल रही है। लोक हाथ पकड़कर एक दूसरे के साथ तस्वीरें तो जरूर खींचवाते हैं लेकिन जब चुनाव आते हैं तो ये भानूमती का कुनबा बनते बनते बिखर जाता है। 


उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ साथ इस विपक्षी एकता में वैसे मुख्यमंत्री भी शामिल हैं जो प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं। वे वैसे मुख्यमंत्री हैं जिनकी अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा इतनी अधिक हावी है कि किसी दूसरे दल के साथ गठबंधन कर उसका नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे। नीतीश कुमार का नेतृत्व न तो देश के विपक्षी नेता स्वीकार करने वाले हैं और ना ही देश की जनता को ही यह कभी मंजूर होगा। चिराग ने कहा कि जब बिहार की जनता ही नीतीश को मुख्यमंत्री के तौर पर नकार चुकी है तो देश की जनता उन्हें प्रधानमंत्री कैसे स्वीकार करेगी। वहीं आने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का किस दल के साथ गठबंधन होगा इस सवाल पर चिराग ने कहा कि उचित समय आने पर ही वे इसका खुलासा करेंगे।