1st Bihar Published by: Updated Mon, 27 Jun 2022 02:38:21 PM IST
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PATNA: अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में लगातार विरोध जारी है. इस बीच जन अधिकार छात्र परिषद की ओर से मगध विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया. अध्यक्ष अशोक कुमार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने विश्वविद्यालय को बंद कराया.
छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रौशन ने कहा कि इसी यूनिवर्सिटी से बड़े-बड़े आंदोलन की शुरुआत हुई. छात्रों ने देश के सताधारियो को आँख खोलने का काम किया. आज छात्रों को उनकी ताकत का एहसास कराने के लिए तालाबंदी की गई. छात्र सरकार को उनकी गद्दी से हटाके रहेंगे.
छात्र परिषद ने कहा कि यह सरकार अग्निपथ योजना के जरिये मिलिट्री को मिलने वाली सुविधा वापस लेना चाहती है. पारा मिलिट्री की तरह अनुकंपा, पेंशन और शहीद का दर्जा समाप्त करना चाहती है. उन्होंने सरकार कहा कि अग्निपथ से निकलने के बाद युवा निजी जगहों पर जाकर सेवा देंगे, यह सही नहीं है. इससे देश की सुरक्षा को खतरा नहीं होगा.
रौशन कुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना आने के बाद जो आर्मी के सैनिक सिर्फ देश के झंडे को सलाम करते थे, वह प्राइवेट जगहों पर जाकर अम्बानी-अडानी जैसे उद्योगपतियों के घर में सलामी देंगे. यह देश के जवानों के साथ यह नाइंसाफी होगा. सरकार को इस योजना को वापस लेना होगा. नहीं तो छात्र परिषद के अनवरत आंदोलन करते रहेंगे.
प्रदेश उपाध्यक्ष शशांक कुमार मोनू ने कहा कि विश्विद्यालय को सरकार के द्वारा नरक बना दिया गया है. छात्रों के 3 साल का कोर्ष 5 साल में भी पूरी नहीं हो पा रही है। छात्र आत्महत्या करने पर मजबूर हैं. जब हमारे देश में नियमित बहाली होती है तो सरकार संविदा पर बहाली क्यों करना चाहती है. साथी उन्होंने आंदोलनकारी छात्रों पर दायर केस वापस लेने की मांग की.