PATNA : अग्निपथ के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन भले ही थम गया हो लेकिन में इस पर सियासत रुकने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में अग्निपथ आंदोलन को लेकर जो कुछ हुआ उसे देखते हुए बीजेपी ने जेडीयू के ऊपर बड़े आरोप लगाए थे। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल ने सरकार और प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े किए थे अब इसी मामले को लेकर जेडीयू आक्रामक होता नजर आ रहा है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने अग्निपथ योजना को लेकर पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा करने वाले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल से सवाल पूछा है। मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अग्निपथ योजना में पुलिस-प्रशासन लापरवाह रही। वहीं दूसरी ओर विपक्षी सदस्य यह कहते हुए सदन नहीं चलने दे रहे हैं कि अग्निपथ योजना में हंगामा करने वाले 1111 लोगों को गिरफ्तार किया गया। ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो गिरफ्तारी कैसे हुई।
मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष ने सरकार की कार्रवाई पर खुले मंच से सवाल उठाए। केंद्र सरकार ने बिहार बीजेपी के कई नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा दी। बीजेपी दफ्तर के बाहर पारा मिलिट्री फोर्स लगाए गए। इसका एक अर्थ यह भी हुआ कि बीजेपी को बिहार पुलिस की सुरक्षा पर भरोसा नहीं रहा तभी आनन-फानन में इस तरह की कार्रवाई हुई। लेकिन चालू सत्र में विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष अग्निपथ योजना में सरकार की ओर से की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा खड़ा कर रहा है। सदन नहीं चलने दे रहा है।
जेडीयू नेता ने कहा है कि विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार ने अग्निपथ योजना में हंगामा करने वाले 1111 लोगों को गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया। तब सवाल यह उठता है कि सच्चाई क्या है। क्या बीजेपी अध्यक्ष के उस आरोप को सच माना जाए कि पुलिस-प्रशासन ने कुछ नहीं किया या विपक्ष के आरोप को सही माना जाए कि हंगामा करने वाले 1111 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि गठबंधन धर्म की मर्यादा होती है। कोई किसी का गुलाम नहीं होता है। सरकार चलाने के लिए हम सहभागी हैं तो सभी दलों को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए।