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1st Bihar Published by: ASHMIT Updated Fri, 15 May 2020 03:46:14 PM IST
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PATNA : अगर लालू यादव होते तो कोई गरीब भूखा नहीं मरता। फर्स्ट बिहार की टीम ने जब पटना के ठेले वालों-रेहड़ी लगाने और रिक्शे वालों से बात की तो उनकी दिल की बात जुबां पर आ गयी । अब आरजेडी सुप्रीमो को ये बात भा गयी। कभी बिहार में 'गरीबों का मसीहा' के तौर पर चर्चा पाने वाले लालू यादव ने फर्स्ट बिहार का ये वीडियो साझा कर लगे हाथ वर्तमान सरकार को अमीरों की सरकार भी बता डाला।
फर्स्ट बिहार संवाददाता अस्मित सिन्हा ने पटना के एक्जिविशन रोड फ्लाईओवर के नीचे रह रहे ठेले वालों-रेहड़ी लगाने और रिक्शे वालों से बात की तो उन लोगों ने दिल की बात करते हुए कह दिया कि आज नीतीश सरकार गरीबों की कोई सुध नहीं ले रही है वहीं अगर लालू जी अभी रहते तो कोई भी गरीब भूखा नहीं मरता। ये उस व्यक्ति के दिल से निकली आवाज थी जो लॉकडाउन के बीच आज रोटी तक को मोहजात हो गया है। रोजी-रोजगार छिन गया है अब रोटी पर भी आफत है।
अब इस वीडियो को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इसके साथ ही उन्होनें दिल की बात भी कविता के जरिए शेयर की है। उन्होनें वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि अमीरों के जो गीत गाते रहे, वही नाम-ओ-दाद पाते रहे, रहज़नों ने रहज़नी की थी, रहबरों ने भी क्या कमी की थी?
आमिरों के जो गीत गाते रहे
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 15, 2020
वही नाम-ओ-दाद पाते रहे
रहज़नों ने रहज़नी की थी
रहबरों ने भी क्या कमी की थी? pic.twitter.com/Ta8bUv0ICq
दरअसल लालू यादव इस वीडियो के जरिए सेंटीमेंटल होते दिख रहे हैं। उन्हें उस दौर की याद आती दिख रही है जब वे गरीबों के नेता कहे जाते थे। गोपालगंज के फुलवरिया में एक गरीब किसान-चरवाहा परिवार में 11 जून 1948 को लालू प्रसाद यादव का जन्म हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे लालू के बड़े भाई की पटना के वेटरेनरी कॉलेज में जब चपरासी की नौकरी लगी तब वह चपरासी क्वॉर्टर में रहने लगे। कहा जाता है कि 1990 में मुख्यमंत्री बनने के चार महीने बाद तक वह उसी चपरासी क्वॉर्टर में रहे थे। लालू के सभी बच्चों का जन्म भी यहीं हुआ था। लालू यादव की सरकार बनी तो गरीब वर्गों के लिए उन्होनें खूब लोकलुभावन योजनाओं की शरूआत की तो जो खासे चर्चा में रहते थे।
लालू यादव ने 90 के दशक में जिस ठसक के साथ गरीबों के नेता के तौर पर सरकार चलायी तो इस वीडियो ने उन्हें एक बाऱ फिर उन दिनों की याद दिला दी। अब लालू यादव कविता के जरिए ये बता रहे हैं कि आज गरीबों के बारे में सोचने वाली सरकार नहीं रह गयी है। चाहे केन्द्र हो या फिर राज्य सरकार सभी अमीरों के पीछे ही भाग रहे हैं। उन्हीं के कल्याण की बाते सोच रहे हैं,उन्हीं के लिए योजनाएं लागू करते हैं। लालू यादव ट्वीट के जरिए लगातार बिहार सरकार पर हमलावर हैं। लॉकडाउन के बीच बिहार के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों की हो रही फजीहत पर वे लगातार बिहार के सीएम नीतीश कुमार को घेर रहे हैं।