PATNA : बिहार में पिछले वर्ष हुए नगर निकाय चुनाव के बाद अब एडीआर और बिहार इलेक्शन वॉच के तरफ से नगरपालिका चुनाव में जीते हुए प्रतिनिधियों के वित्तीय, अपराधिक, शिक्षा एवं अन्य विवरणों के आधार पर रिपोर्ट तैयार किया गया है। बिहार के नगर निकायों के आम चुनाव में नगर पंचायत, नगर परिषद एवं नगर निगमों के विजेता मुख्य पार्षद/मेयर की औसत संपत्ति 3.10 करोड़ रुपये है।
एडीआर और बिहार इलेक्शन वॉच के तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार, बिहार नगर पालिका चुनाव 2022 में जीते कुल 223 में से 214 मुख्य पार्षद विजेता उम्मीदवारों में कटिहार की मेयर सबसे धनी हैं। वैसे 9 मुख्य पार्षद उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं होने के कारण उनके बारे में जानकारी रिपोर्ट में शामिल नहीं की गयी है। मुख्य पार्षदों की संपत्ति की बात करें तो 214 में से 97 विजेता उम्मीदवार करोड़पति हैं।
इसके आलावा 5 करोड़ से अधिक संपत्ति वाले 32 मुख्य पार्षद हैं। 2 से लेकर 5 करोड़ तक 30, 50 लाख से दो करोड़ के बीच 86, 10 लाख से 50 लाख तक 45 और 10 लाख से कम संपत्ति 21 मुख्य पार्षदों के पास है। सबसे अधिक संपत्ति वाले मुख्य पार्षद कटिहार नगर निगम की उषा देवी अग्रवाल हैं। इनकी कुल संपत्ति 93 करोड़ है। वहीं दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर के सराय नगर पंचायत के मुख्य पार्षद कुमारी अर्चना हैं। इनके पास 41 करोड़ की संपत्ति है। वही बेतिया नगर निगम के मुख्य पार्षद गरिमा देवी सिकारिया के पास 40 करोड़ की संपत्ति है।
इसके साथ ही रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 214 विजेता उम्मीदवारों में 40 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे में कुल 19% के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 27 के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं। दो के खिलाफ हत्या से संबंधित मामले दर्ज हैं। 6 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज है।
आपको बताते चलें कि,नगर निकाय चुनाव में विजेता मुख्य पार्षद उम्मीदवारों के 74 लोगों की शैक्षणिक योग्यता पांचवी और 12वीं के बीच है। जबकि 78 विजेता उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। वहीं 96 विजेता उम्मीदवार की आयु 21 से 40 वर्ष के बीच है। 9 मुख्य पार्षद उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं होने के कारण उनके बारे में जानकारी रिपोर्ट में शामिल नहीं की गयी है।