DESK : गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है. देश के अधिकांश हिस्सों में परा चढ़ने लगा है. इस तपती जलती गर्मी से निजात पाने के लिए लोग पंखा, कूलर और एसी चलाना शुरू कर देते है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस जैसी महामारी जो संक्रमण से फैलता है कि वजह से लोगों में इन चीजों के इस्तेमाल को लेकर काफी संदेह है.
मन में संदेह की वजह से लोग इनके इस्तेमाल से बच रहे हैं. दूसरे देशों से ऐसी कई खबरें आई थी की रेस्टोरेंट और ऑफिस में एसी के इस्तेमाल से कोरोना का संक्रमण फैल गया था. पर अब मई का महिना आने को है और देश के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया है. बढती गर्मी को देखते हुए इन चीजों के इस्तेमाल को ले कर केंद्र सरकार ने 18 पन्नों की एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में बताया गया है कि आम लोग किस तरीके से कूलर और एसी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
केंद्र सरकार ने एडवाइजरी में कहा है कि लोग 24 से 30 डिग्री तापमान पर ही एसी चलाएं. घरों में एसी के इस्तेमाल के दौरान नमी को 40 से 70 फीसदी के बीच बनाए रखने का सुझाव दिया है.कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने लोगों को कमरे के एयर कंडीशनर्स की ठंडी हवा के आवागमन और खिड़की-दरवाजों के जरिए बाहरी खुली हवा के आने-जाने की व्यवस्था करने की सलाह दी है.सरकार की तरफ से यह एडवाइजरी सभी सरकारी कार्यालयों और कंपनियों को भी भेजी गई है. एडवाइजरी पैनल ने सुझाव दिया है कि एसी नहीं चलने पर भी कमरों को हवादार रखा जाना चाहिए.
घर में कूलर चलाने को लेकर सरकार की तरफ से जो सलाह दी गई है उसमें सबसे अहम बात यह है कि घर के अंदर ऐसे पोर्टेबल कूलर का इस्तेमाल न करें जो अंदर से हवा ले और अंदर ही छोड़े कोई भी कूलर इस्तेमाल करें लेकिन उसके अंदर हवा बाहर से आनी चाहिए क्योंकि कमरे का अच्छा वेंटिलेशन सबसे जरूरी है. इसके अलावा अगर कूलर में एयर फिल्टर नहीं लगा है तो उसे लगवा सकते हैं ताकि कमरे के अंदर धूलकण न आए और साफ-सफाई बनी रहे. पानी के टैंक की सफाई करते रहें और उसे कीटाणुमुक्त रखें. टैंक में पानी को जमा न रहने दें। पानी को बदलते रहें. खिड़कियों में लगा कूलर बेहतर है. कूलर चलने के दौरान खिड़की खुली रखें ताकि नमीयुक्त हवा बाहर निकल सके.
घर का एसी है सुरक्षित
विशेषज्ञों का कहना है कि घर में चलनेवाला एसी चलाने से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा नहीं है. अगर लोग घर में ही रह रहे हैं और अंदर कोई संक्रमित व्यक्ति नहीं है तो फिर एसी चलाने से कोई नुकसान नहीं है. वहीं मॉल, रेस्टोरेंट जैसी जगहों पर चलनेवाले सेंट्रल एसी से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा है क्योंकि ऐसे माहौल में अगर संक्रमित व्यक्ति है तो उससे निकला वायरस सर्कुलेट हो रही हवा के साथ कम समय में तेजी से फैलता है.