अब ट्रेन में नहीं होगी खाना ले जाने की जरूरत, सफर में मिलेगा ताजा और स्वादिष्ट खाना; 3 शहरों में बेस किचन सुविधा शुरू

अब ट्रेन में नहीं होगी खाना ले जाने की जरूरत, सफर में मिलेगा ताजा और स्वादिष्ट खाना; 3 शहरों में बेस किचन सुविधा शुरू

PATNA : ट्रेन यात्रियों को अब सफर के दौरान तीनों टाइम शुद्ध और साफ़ -सुथरा ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर मिलेगा। अब यात्रियों को घर से खाना बनाकर ले जाने की टेंशन करने की जरूरत नहीं है। इसकी वजह यह है कि बिहार के तीन शहरों हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बरौनी में बेस किचन की सुविधा दी जा रही है। सीनियर डीसीएम रौशन कुमार ने हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बरौनी बेस किचन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तय मानक के अनुसार सभी चीज़ों को व्यवस्थित करने का निर्देश दिये।


जानकारी के मुताबिक,  फिलहाल वैशाली एक्सप्रेस एवं बिहार सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में हाजीपुर बेस किचन से तैयार भोजन यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। ट्रेनों और प्लेटफॉर्मों पर खानपान की व्यवस्था में गुणवत्ता के साथ पारदर्शिता लाने हेतु सोनपुर मंडल में आधुनिक खाना पकाने के उपकरणों से सुसज्जित बेस किचन का प्रावधान किया गया है। ।


मालूम हो कि, बेस किचन  यह एक सेंट्रलाइज्ड सीसीटीवी कैमरा युक्त किचन यूनिट है। इसके अंतर्गत आईआरसीटीसी द्वारा खाना पकाने और पैकिंग की सुविधा होती है, जहां से भोजन तैयार किया जाता है और ट्रेनों में आपूर्ति की जाती है। पेंट्रीकार में उसे गर्म रखने और सर्विस देने की सुविधा रहेगी। इसके अलावा, बेस किचन से आपूर्ति किए जाने वाले भोजन पैकेटों पर क्यूआर कोड की सुविधा भी धीरे-धीरे लागू की जा रही है। बेस किचन से यात्रियों को सीधे तौर पर भोजन की बिक्री नहीं की जाएगी।


इसके अलावा बेस किचन की खासियत यह है कि इसमें परिसर को साफ रखना और नियमित रूप से कीट नियंत्रण करना। खाना पकाने के लिए पीने योग्य पानी का उपयोग करना। गर्म भोजन को 60 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तथा ठंडे भोजन को 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना। शाकाहारी और मांसाहारी भोजन को अलग-अलग कुक करना और स्टोर करना। शाकाहारी और मांसाहारी खाद्य पदार्थों के लिए अलग-अलग चाकू, चॉपिंग बोर्ड का उपयोग करना। रोटी बनाने के लिए रोटी मेकर मशीन का उपयोग करना। साफ और अलग डस्टर का उपयोग करना। खाद्य अपशिष्ट के लिए अलग और ढके हुए डस्टबिन रखना शामिल है।यह भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के स्वच्छता नियमों का भी पालन करता है।


आपको बताते चलें कि नई व्यवस्था के तहत अब एक रूट की 5 से 10 ट्रेनों का एक समूह बनाया गया है। इन ट्रेनों में खाना उपलब्ध कराने के लिए बेस किचन बनाए गए हैं। इससे यात्रियों को जरूरत के वक्त ताजा भोजन मिलेगा। जैसे कटिहार से कोई ट्रेन दिल्ली रूट पर जा रही है। तो उसके यात्रियों को रात में आठ से नौ बजे के बीच खाना की जरूरत होगी। उस वक्त अगर ट्रेन बरौनी में होगी, तो उसे वहां से भोजन उपलब्ध करा दिया जाएगा।