अब नहीं बनेगा दरभंगा एम्स: केंद्र ने दूसरी जमीन मांगी तो नीतीश ने कहा-मत करो, हमको क्या है? जब ये लोग हटेंगे तो अच्छा काम होगा

अब नहीं बनेगा दरभंगा एम्स: केंद्र ने दूसरी जमीन मांगी तो नीतीश ने कहा-मत करो, हमको क्या है? जब ये लोग हटेंगे तो अच्छा काम होगा

PATNA: दरभंगा में एम्स अब नहीं बनेगा. आज नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को साफ साफ कहा दिया-मत करो, हमको क्या है. आगे जब केंद्र वाली सरकार हटेगी तो अच्छा अच्छा काम होगा. दरअसल, एम्स बनाने के लिए राज्य सरकार ने दरभंगा में जो जमीन उपलब्ध करायी थी, उसे केंद्र सरकार ने अनफिट करार दिया था. केंद्र सरकार ने दूसरी जमीन देने की मांग की थी. लेकिन आज नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि अब दूसरी जमीन नहीं मिलेगी. यानि दरभंगा में फिलहाल एम्स नहीं बनेगा.


बता दें कि केंद्र सरकार ने दरभंगा में बिहार का दूसरा एम्स बनाने का फैसला लिया था. इसके लिए राज्य सरकार को जमीन देना था. बिहार सरकार ने दरभंगा के शोभन बायपास पर एम्स के लिए 151 एकड़ जमीन देने का फैसला लिया था. लेकिन केंद्र सरकार ने उस जमीन को एम्स के निर्माण के लिए सही नहीं पाया है. पिछले 27 अप्रैल को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की टीम ने उस जमीन को देखा था. उसके बाद सौंपी गयी अपनी रिपोर्ट में टीम ने कहा कि एम्स बनाने के लिए दी गयी जमीन काफी नीचे है. भवन निर्माण के लिए यहां मिट्टी की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं है. यहां की जमीन में फैलने और सिकुड़ने की काफी संभावना है. ऐसे में अगर बिल्डिंग बनायी गयी तो उसकी सुरक्षा पर खतरा होगा. इंजीनियरिंग के लिहाज से भी जमीन की क्वालिटी अच्छी नहीं है. वहां की जमीन कॉटन ब्लैक लैंड है. 


केंद्र सरकार की टीम ने कहा कि राज्य सरकार ने दरभंगा में जो जमीन दी है उस पर एम्स बनाने में पैसे और समय दोनों की बर्बादी होगी. यह करीब 23 फीट गहरा है. इसकी भराई मुश्किल है. इससे न सिर्फ प्रोजेक्ट का कॉस्ट बहुत बढ़ जाएगा बल्कि समय भी काफी ज्यादा लगेगा. इस जमीन की मिट्टी की गुणवत्ता भी भवन निर्माण के लिए सही नहीं है. आसपास के इलाकों में जलजमाव की भी समस्या है. केंद्र सरकार की टीम की रिपोर्ट आने के बाद टीम की रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बिहार के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर एम्स के लिए दूसरी जमीन देने की मांग की थी.  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शोभन बाईपास की जमीन को अनफिट करार देते हुए इसकी वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है. 


नीतीश बोले-मत करो, केंद्र सरकार के हटने के बाद काम होगा

केंद्र सरकार की चिट्ठी के बाद आज नीतीश कुमार जमकर बरसे. नीतीश ने कहा-उन लोगों का हइये है. जब हम कोई अच्छा काम करने के लिए सुझाव देंगे, तो वो लोग सुनेगा. मत करो. हमको क्या है? आगे ये लोग जब हटेंगे तो अच्छा अच्छा काम होगा. नीतीश ने कहा कि हमने बहुत अच्छी जमीन दी थी लेकिन केंद्र सरकार हमारे काम में अड़ंगा डाल रही है. 


नीतीश कुमार ने कहा कि दरभंगा में एम्स बनाने के लिए शोभन बायपास पर जो जमीन दी गयी थी उससे पूरे जिले का विकास हो जाता. कितना अच्छा जगह है. इसका मतलब है कि केंद्र की सरकार को कोई और दिमाग होगा. उनको कोई दिमाग रहे हमको इससे क्या मतलब है. हम तो चाहे थे कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज को ही एम्स बना दिया जाये. वे लोग नहीं माने. तब दूसरी जमीन दिये. वहां फोर लेन की सड़क बना रहे थे. कितना विस्तार हो जाता. बाहर से आने वाले लोगों को भी सुविधा होती.


राज्य सरकार नहीं देगी दूसरी जमीन 

नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार दरभंगा में एम्स बनाने के लिए दूसरी जमीन नहीं देगी. वहीं, केंद्र सरकार कह रही है कि जो जमीन मिली है उस पर एम्स की बिल्डिंग बनाना संभव नहीं है. ऐसे में साफ है कि अब दरभंगा एम्स का निर्माण नहीं होगा. नीतीश ने ये भी कह दिया कि जब केंद्र की भाजपा सरकार हटेगी तब अच्छा अच्छा काम होगा. 


कुल मिलाकर कहें तो उत्तर बिहार के लोगों का एम्स में इलाज कराने का सपना अब पूरा नहीं होगा. बता दें कि इससे पहले दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के परिसर में 81 एकड़ की जमीन अलॉट की गई थी. केंद्र सरकार ने दूसरी जमीन देने की मांग की तो डीएमसीएच परिसर के बजाय एकमी शोभन बाईपास पर 151 एकड़ जमीन देने का फैसला लिया गया था. लेकिन केंद्र सरकार ने कह दिया है कि वहां एम्स बनाया ही नहीं जा सकता.