Bihar Crime News: खुद को बड़ा बाबू बता साइबर अपराधियों ने युवक से ठगे लाखों रुपए, एक गलती और सब बर्बाद Bulldozer action on Reetlal Yadav: आरजेडी विधायक रीतलाल के गांव में चला बुलडोजर! 17 दुकानें चंद मिनटों में जमींदोज Bihar Crime News: पैक्स अध्यक्ष पुत्र की गोली मारकर हत्या, परिजनों और समर्थकों का जमकर हंगामा Bihar Road News: 182 करोड़ खर्च कर गंगा तटबंध पर नई सड़क का निर्माण, ट्रैफिक जाम से मिलेगा हमेशा के लिए निजात Supreme Court Waqf hearing: वक्फ कानून पर आज सुप्रीम कोर्ट की अहम सुनवाई,? अंतरिम आदेश पर रहेगी नजरें! Ranchi accident : 14 साल के नाबालिग ने कार से कुचला, एक की मौत, शिक्षिका घायल Bihar Police Attacked: एक और बार अपराधियों का पुलिस टीम पर हमला, कई जवान और ASI घायल Bihar Crime News: दुकान में घुस फायरिंग करते हुए व्यवसायी को लूटा, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार सरकार ने वापस लिया छुट्टी पर रोक लगाने का आदेश Bihar Weather Today: 24 जिलों में आज भी गर्मी से राहत नहीं, 14 जिलों में तेज हवाएं, बारिश और वज्रपात का अलर्ट
1st Bihar Published by: Updated Tue, 29 Nov 2022 07:54:11 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : स्वास्थ्य विभाग के अब तक कई अप्लीकेशन लॉच किए जा चुके हैं, जिन्हें हम अलग-अलग प्लेटफार्म पर देखते थे। लेकिन अब ये सभी एप्स एक ही प्लेटफार्म पर मिलने वाला है। स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुट गई है। राज्य के दो जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। वहीं, अन्य जिलों की बात करें तो इसे अगले वित्तीय वर्ष तक शुरू किया जाएगा।
आपको बता दें, स्वास्थ्य विभाग में अभी केंद्र और राज्य सरकार के अलग-अलग योजनाओं से जुड़े 40 मोबाइल अप्लीकेशन हैं। जिसमें 23 एप अब भी एक्टिव हैं। लेकिन लोगों को इन अप्लीकेशन को ढूंढने में इसलिए परेशानी होती है क्योंकि ये सभी एप एक-दूसरे से कनेक्टेड नहीं हैं। एक एप से दूसरे की जानकारी लेने के लिए लोगों को अलग से मोबाइल अप्लीकेशन डाउनलोड करना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा विभागीय कामकाज पर भी इसका असर पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने प्लान बनाया है कि मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के बिहार स्टेट हेल्थ सिस्टम डिजिटाइजेशन (भाव्या) मोबाइल अप्लीकेशन बनाया जाए, जिसमें ये सारे एप एक दूसरे से कनेक्टेड होंगे। ऐसे में एक ही प्लेटफार्म पर मरीज का नंबर और उनकी बीमारी भी अपलोडेड होंगे। इस प्लेटफार्म पर ये भी पता चल जाएगा कि उन्होंने अपना इलाज किस हॉस्पिटल में किस डॉक्टर से कराया है। 23 मार्च के पहले इसे शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।