ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

बिहार: आंगनबाड़ी केंद्र पर एक्सपायरी दवा पिलाने से 8 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, सदर अस्पताल में भर्ती

1st Bihar Published by: RAMESH SHANKAR Updated Sat, 24 Jul 2021 08:08:30 PM IST

बिहार: आंगनबाड़ी केंद्र पर एक्सपायरी दवा पिलाने से 8 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, सदर अस्पताल में भर्ती

SAMASTIPUR: समस्तीपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को एक्सपायरी दवा पिलाया गया जिसके बाद 8 बच्चे बीमार पड़ गये। जिन्हे इलाज के लिए सदर अस्पताल में ले जाया गया। बताया जा रहा है कि खानपुर थाना क्षेत्र के सिरोपट्टी गांव वार्ड-12 के आंगनबाड़ी केंद्र पर फोलिक एसिड सिरप बच्चों को पिलाया गया था जिसकी एक्सपायरी डेट समाप्त हो चुकी थी।



बिना एक्सपायरी डेट देखे ही बच्चों को दवा पिला दी गयी जिससे बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी। सभी बच्चे समस्तीपुर सदर अस्पताल में इलाजरत हैं। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि आखिर स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई। इस पर स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी का ध्यान क्यों नहीं पड़ा। 



आंगनबाड़ी केंद्र पर जो कर्मी खुराक पिला रहे थे उन्होंने एक्सपायरी डेट क्यों नहीं देखा। एक्सपायरी दवा का निर्गत भंडार से कैसे किया गया। इसे लेकर ऐसे अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं। बहरहाल अब देखना होगा कि प्रशासन के अधिकारी इस मामले पर क्या कार्रवाई कर पाते हैं।