PATNA : बिहार में बिजली कंपनी की तरफ से लगातार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा रहा है। बिजली उपभोक्ता अगर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से इंकार करें तो कंपनी इसे जबरन लगाती है वरना कनेक्शन काटने तक की धमकी दी जाती है। यह हालत इसलिए भी है क्योंकि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी कई शिकायतें सामने आती रहती हैं। आम उपभोक्ताओं पर तो बिजली कंपनी का जोर चल जाता है लेकिन माननीयों के आगे ये बेबस है।
पूरा मामला विधायकों के आवास पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से जुड़ा है। दरअसल बिजली कंपनी विधायकों के आवास पर भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना चाहती है लेकिन माननीयों के आगे उसकी नहीं चल रही। नतीजा ये हुआ है की विधानसभा अध्यक्ष एक साथ सहमती बनाने के लिए बैठक करनी पड़ी है।
विधानसभा अध्यक्ष अवध विहारी चौधरी ने मंगलवार को ऊर्जा विभाग और भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई की विधायकों के लिए आवंटित आवासों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के माध्यम से बिजली कनेक्शन दिए जाएं। मीटिंग में एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक ने स्पीकर को भरोसा दिया है कि विधायकों को स्पेशल कैटेगरी में रखा जायेगा और स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बावजूद उनके आवास में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी। स्पीकर ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि विधायकों के आवास में बिजली से जुड़ी अगर कोई भी समस्या है तो उसे दूर किया जाए।