72वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए महान स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती

72वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए महान स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती

PATNA : महान स्वतंत्रता सेनानी और किसानों के मसीहा स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 72वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट की ओर से पटना स्थित भूमि विकास बैंक के सभागार में समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का उद्घाटन फ्रंट के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजीत कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री वीणा शाही और कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।


इस मौके पर फ्रंट के सदस्यों ने स्वामी सहजानंद सरस्वती के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती देश में संगठित किसान आंदोलन के पहले और अंतिम नेता थे। वे रोटी को भगवान से बढ़कर मानते थे। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में जहां उनकी जाति के अधिसंख्य जमींदार थे उन्होंने जमींदारों के खिलाफ़ किसानो को संगठित कर उनकी लड़ाई लड़ी। उनकी लड़ाई का ही नतीजा था कि बिहार केसरी डाक्टर श्री कृष्ण सिंह के नेतृत्व में पहला जमींदारी उन्मूलन कानून देश में बिहार में ही बना। उनके बाद देश में कोई किसान नेतृत्व नहीं खड़ा हुआ, जिसके कारण किसानों की कोई सुधि लेने वाला नहीं रहा। आजादी के 75 साल के बाद भी किसान बदहाल हैं। समारोह में वक्ताओं ने एक स्वर से स्वामी सहजानन्द सरस्वती को भारत रत्न देने, बिहटा रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का नामकरण उनके नाम पर करने की मांग किया। उनके नाम पर पूसा कृषि विश्वविद्यालय का नाम करने की भी मांग की गई।


अगामी 25 दिसम्बर को फ्रंट का महाकुंभ मुजफ्फरपुर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 25 दिसम्बर 2023 को पटना के गांधी मैदान में 5 लाख लोगों का भूमिहार महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा । उसके पहले फ्रंट का सदस्यता अभियान जुलाई-अगस्त महीने में पूरे बिहार में चलाया जाएगा। सितम्बर से नवम्बर तक सभी जिलों में जिला सम्मेलन का आयोजन होगा। इसी क्रम में सूबे के 200 बड़े गांवों में फ्रंट के नेतृत्व का दौरा होगा जिसमें सामाजिक मिलन सह भैयारी भोज का आयोजन किया जाएगा।


समारोह को उपरोक्त नेताओं के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष डाक्टर श्यामनन्दन शर्मा, अरूण सिंह, महासचिव धर्मवीर शुक्ला, भानुशेखर सिंह, अशोक सिंह, यज्ञनारायण तिवारी, ब्रिगेडियर प्रवीण कुमार, स्क्वायडन लीडर सुशील कुमार, पीएन सिंह आजाद, वर्षा रानी, लक्ष्मी नारायण सिंह,  शिशिर कौन्डिल्य, प्रबोध सिंह, कौशल शर्मा,सूर्यकांत पांडेय, सिद्धनाथ सिंह, मुरारी शरण सिंह, प्रकाश कुमार समेत कई नेताओं ने सम्बोधित किया।