RANCHI: झारखंड में आए दिन हाथियों का आतंक देखने को मिलता है. बीते दिन पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा चाकुलिया, बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के लुगाहारा में 70 हाथियों का झुंड उत्पात मचा रहे थे. जिसे शुक्रवार की रात काफी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने हाथियों के झुंड को पश्चिम बंगाल के जंगलों में खदेड़ा.
लेकिन एक बार फिर पश्चिम बंगाल की ओर से हाथियों का झुंड फिर से शनिवार को झारखंड की ओर एंट्री करने की तैयारी में था. इसकी सूचना जैसी ही लगी, वैसे ही रेंजर दिग्विजय सिंह ने 50 की संख्या में स्पेशल क्यूआरटी टीम तैयार की. और पूरे साजो सामान के साथ मशाल, मोबिल और हाथी भगाने वाले वाहन के साथ रेंजर के नेतृत्व में टीम लुगाहारा पहुंची.
जब हाथियों का झुण्ड पश्चिम बंगाल की ओर से प्रवेश करने लगे. बता दें करीब एक दर्जन हाथियों का झुंड पश्चिम बंगाल की ओर से दारीशोल नेशनल हाइवे के पास पहुंच गया. इस सुरक्षा के लिए टीम ने नेशनल हाइवे के दोनों ओर वाहनों का आवागमन बंद करा दिया. जिस वजह बहार एक घंटा तक एनएच के दोनों ओर वाहनों का आवागमन बंद रहा.
फिर हाथियों का झुंड नेशनल हाइवे को पार कर दारीशोल की दूसरी ओर जंगल में एंट्री कर गया. सभी हाथियों को सुरक्षित जंगलों तक पहुंचाने के लिए वन विभाग की टीम रात भर झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र में डटी रही.