5 मार्च को आएगी नियोजित शिक्षकों की मेरिट लिस्ट, जल्द नए टीचरों को मिलेगी नौकरी, यहां देखें पूरा शिड्यूल

5 मार्च को आएगी नियोजित शिक्षकों की मेरिट लिस्ट, जल्द नए टीचरों को मिलेगी नौकरी, यहां देखें पूरा शिड्यूल

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पटना से जहां छठे चरण के शिक्षक नियोजन की मेरिट लिस्ट 5 मार्च को जारी करने का फैसला किया गया है. शिक्षा विभाग की ओर से मिली जानकारी एक मुताबिक 5 मार्च को छठे चरण के नियोजन की मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी. 25 मार्च को चयनित अभयर्थियों के मूल प्रमाणपत्र की की जांच की जाएगी. इसके साथ जो 28 मार्च तक जिला परिषद और 27 मार्च शहरी निकाय के द्वारा मेरिट लिस्ट का अनुमोदन किया जायेगा. 


छठे चरण के नियोजन के लिए अब तक चार बार शिड्यूल बदल चुका है. चौथी बार यह नया शिड्यूल जारी किया गया है. इससे पहले सितंबर से दिसंबर तक तीन बार शिड्यूल बनाया गया था. लेकिन न तो औपबंधिक मेधा सूची जारी हुई और न ही अंतिम मेधा सूची ही बनी है. अब 5 मार्च को इसका इंतजार खत्म हो जायेगा. छठे चरण के लिए सैकड़ों अभ्यर्थी आवेदन कर चुके हैं. पटना नगर निगम और जिला परिषद के लिए अब तक चार हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं. 





2015 के बाद वाले STET अभ्यर्थी को झटका
छठे चरण के शिक्षक नियोजन में उन एसटीईटी अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिलेगा. छठे चरण के शिक्षक नियोजन में उन एसटीईटी अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिलेगा, जो 2015 के बाद प्रशिक्षित हुए हैं. न अभ्यर्थियों को छठे चरण के नियोजन से बाहर कर दिया गया है. पटना जिला नियोजन कार्यालय की मानें तो माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के छठे चरण के नियोजन में 2015 तक प्रशिक्षित होने वाले अभ्यर्थियों को ही मौका दिया जायेगा. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने एक पत्र निकाल कर सभी शिक्षक नियोजन कार्यालय में भेज दिया है. पत्र की मानें तो बिहार माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) 2011 में यह निदेशित था कि राज्य के अप्रशिक्षित अभ्यर्थियों को पांच साल के अंदर प्रशिक्षित हो जाना है. अब जिन अभ्यर्थियों ने 2015 के बाद प्रशिक्षण लिया है वो छठे चरण के शिक्षक नियोजन से बाहर हो जायेंगे.



10 हजार STET अभ्यर्थियों को लगा झटका
शिक्षा विभाग के इस बड़े फैसले के बाद 10 हजार से अध्क STET अभ्यर्थियों को झटका लगा है. शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद अभ्यर्थी परेशान हैं. बता दें कि 2011 में माध्यमिक से 45 हजार और उच्च माध्यमिक से लगभग 25 हजार अभ्यर्थी पास हुए थे. इनमें से 50 फीसदी अप्रशिक्षित थे. ज्यादातर अभ्यर्थी 2015 के बाद ही प्रशिक्षण ले पाए.