Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान Bihar News: शादी के मंडप से सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची नई नवेली दुल्हन, LLB का एग्जाम देकर पति के साथ रवाना हुई ससुराल Bihar News: शादी के मंडप से सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची नई नवेली दुल्हन, LLB का एग्जाम देकर पति के साथ रवाना हुई ससुराल Bihar Crime News: बूढ़ी गंडक नदी से बोरे में बंद महिला का शव बरामद, हत्या कर लाश फेंकने की आशंका बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान माइक खराब, स्पीकर ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
1st Bihar Published by: Updated Tue, 31 Mar 2020 02:46:20 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना महामारी ने देश भर में लोगों को परेशान कर दिया है. हिन्दुस्तान के अलग-अलग कोने से ऐसी-ऐसी तस्वीरें सामने आई है. जिसने लोगों के आंखों में आंसू भर दिया. एक ऐसी ही घटना सामने आई है. जिसने लोगों के दिनों में वेदना भर दी. लॉक डाउन की स्थिति में गाड़ी की सुविधा नहीं मिलने के कारण एक प्रेग्नेंट महिला 400 किलोमीटर चलकर अपने घर पहुंची.
मामला उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की है. जहां लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के पलायन की की तस्वीरे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. आठ महीने की गर्भवती 25 साल की अंजु देवी पूरे दो दिन और दो रात पैदल सड़क पर चलकर अपने घर पहुंची. प्रेग्नेंट महिला अपने 28 साल के पति अशोक के साथ गांव राठ पहुंचकर स्वास्थ्य केंद्र में गई और जांच कराई. अंजु नोएडा से अपने पति के साथ घर के लिए चली थी. जो सड़क पर 400 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर अपने घाट पहुंची.
अंजु ने बताया कि 'मैं अपने आने वाले बच्चे के लिए परेशान थी लेकिन गांव पहुंचकर खुश हूं. कॉन्ट्रैक्टर ने पैसा देने में देरी कर दी इस वजह से हम पहले नहीं आ सके.' 25 मार्च को नोएडा से आते वक्त दंपती अपने साथ पूड़ी और सब्जी लेकर चला था, जिसे उसी रात को खा लिया था. अशोक ने बताया, 'इसके बाद कुछ लोगों ने हाइवे में हमें कुछ खाना-पीना दिया जिससे हमारा-गुजारा हो सका.'
महिला और उसका पति नोएडा में पिछले 5 साल के कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे थे. अशोक एक भूमिहीन किसान हैं और नोएडा में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते हैं. उन्होंने बताया कि वे लगातार फोन पर उनसे संपर्क में थे और उनकी सुरक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे थे. डॉक्टरों ने थर्मल स्क्रीनिंग की और दंपती को स्वस्थ बताया. लांकि 14 दिनों के लिए एहतियाती वह खुद को क्वारंटाइन पर रहने का निर्देश दिया गया है.