36 घंटे बाद भी NMCH के डॉक्टर का पता नहीं, गंगा नदी में जारी है सर्च अभियान, BJP ने सरकार से पूछा-1990 के दशक का दौर वापस आ गया क्या?

36 घंटे बाद भी NMCH के डॉक्टर का पता नहीं, गंगा नदी में जारी है सर्च अभियान, BJP ने सरकार से पूछा-1990 के दशक का दौर वापस आ गया क्या?

PATNA CITY: पटना के पत्रकार नगर थाना इलाके से गायब NMCH के डॉक्टर संजय कुमार का अब तक पता नहीं चल पाया है। परिजनों ने अपहरण की आशंका जताई थी। डॉ. संजय कुमार के मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उनकी कार को गांधी सेतु से बरामद किया था। पुलिस को आशंका है कि डॉक्टर ने गांधी सेतु से गंगा में छलांग लगा दिया है। जिसके बाद NDRF और SDRF की मदद से महात्मा गांधी सेतु के पास गंगा नदी में आज सर्च अभियान चलाया जा रहा है।


घटना के करीब 36 घंटे हो चुके हैं लेकिन अब तक पुलिस डॉ. संजय का पता नहीं लगा सकी है। परिजन किसी अनहोनी की आशंका से काफी चिंतित हैं वे डॉक्टर साहब की सकुशल बरामदगी की मांग कर रहे हैं। वही पुलिस घटना के सभी बिन्दुओं की जांच कर रही है। पटना में डॉक्टर के अपहरण की आशंका जतायी गयी है। इस मामले पर बीजेपी ने नीतीश सरकार को घेरा है। बीजेपी का आरोप है कि बिहार में 90 के दशक की वापसी हो गयी है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि बिहार में 1990 के दशक का दौर वापस आ गया है क्या? एनएमसीएच में फार्माकोलॉजी के डॉक्टर संजय कुमार दूसरे दिन भी लापता हैं। अंदेशा है कि किसी कारण या फिरौती के लिए उसका अपहरण किया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री @NitishKumar और बिहार के डीजीपी गंभीरता से संज्ञान लें। 


गौरतलब है कि पटना से मुजफ्फरपुर जाने के लिए डॉ. संजय कुमार 1 मार्च की शाम 7 बजे निकले थे। लेकिन ना तो वे मुजफ्फरपुर पहुंचे और ना ही पटना ही लौटे। उनके मोबाइल के लोकेशन के आधार पर पुलिस ने गांधी सेतु से कार बरामद किया लेकिन डॉक्टर का पता नहीं चल पाया। परिजन अपहरण की आशंका जता रहे हैं और डॉ. संजय की सकुशल बरामदगी की मांग कर रहे हैं। आईएमए ने भी पुलिस से इस मामले की गहनता से जांच किये जाने की मांग की है।


गायब डॉ. संजय कुमार की पत्नी प्रोफ़ेसर सलोनी कुमारी ने बताया कि बुधवार की देर शाम 7 बजकर 42 मिनट पर उन्होंने अपने पति से बात की थी। तब डॉ.संजय कुमार ने बताया था कि वे जाम में फंसे हुए हैं लेकिन कुछ घंटों के बाद फिर दोबारा डॉक्टर साहब से संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया। जिसके बाद बुधवार की देर रात अपनी बड़ी बहन आईएएस डिंपल वर्मा (यूपी कैडर) और जीजा प्रशांत कुमार (एडीजी लॉ एंड ऑर्डर) उत्तर प्रदेश कैडर को घटना की सूचना दी। 


जिसके बाद डॉ. संजय के मोबाइल नंबर को सर्विसलांस पर रखा गया। पटना के एसएसपी  और मुजफ्फरपुर के एसपी से भी संपर्क किया गया। पटना के पत्रकार नगर थाने को इसकी लिखित सूचना दी गई। जिसके बाद डॉ.संजय कुमार की कार पटना के महात्मा गांधी सेतु पुल के 46 नंबर पाया के पास से बरामद किया गया। कार की दूसरी चाबी से जब कार को खोला गया तो अंदर से दोनों मोबाइल और चश्मा मिला। डॉक्टर संजय के अचानक गायब होने से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है।


परिजन डॉक्टर संजय के अपहरण की बात कह रहे हैं। अब तक उनका अता पता नहीं चल पाया है। पटना सिटी एसपी संदीप  सिंह ने बताया है कि यह मिसिंग का मामला है। पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस आस-पास में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है। डॉक्टर संजय कुमार के मोबाइल नंबर की सीडीआर भी निकाली गई है जिसकी जांच की जा रही है। पटना पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। गंगा सेतु के नीचे गंगा नदी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम सर्च अभियान में लगी है। लेकिन अभी तक गायब डॉक्टर का पता लगाने में पुलिस के सफलता नहीं मिल पायी है।