26 फरवरी से जांची जाएगी इंटर की कॉपियां, BSEB द्वारा भेजी गयी शिक्षकों की लिस्ट में कुमारी टैलेंट पांडेय, कुमारी होप, कुमारी मूनलाइट, कुमारी फंड, कुमारी पॉइंट का नाम

26 फरवरी से जांची जाएगी इंटर की कॉपियां, BSEB द्वारा भेजी गयी शिक्षकों की लिस्ट में कुमारी टैलेंट पांडेय, कुमारी होप, कुमारी मूनलाइट, कुमारी फंड, कुमारी पॉइंट का नाम

PATNA: अपने कारनामों को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अक्सर सुर्खियों में रहता है। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर भी पहले भी कई मामले सामने आए थे। कभी छात्र की जगह छात्रा का फोटो एडमिट कार्ड पर नजर आया तो कभी प्रश्नपत्र लीक होने का मामला वायरल हो गया। मोतिहारी के महाराजा हरेंद्र किशोर कॉलेज में लाइट नहीं रहने के कारण बीते दिनों पुलिस की गाड़ी से लाइट जलाई गई तब जाकर छात्रों ने एग्जाम दिया था। लेकिन इस बार इंटर परीक्षा 2022 के कॉपी मूल्यांकन को लेकर जारी पत्र से परीक्षा समिति की किरकिरी हो रही है। 


दरअसल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सारण जिले में इंटर परीक्षा की कॉपी जांचने के लिए शिक्षकों की लिस्ट जारी किया है उसी पत्र को लेकर बवाल मचा हुआ है। खुद डीईओ अजय कुमार सिंह कहते है कि बिहार बोर्ड द्वारा इंटर की कॉपी जांचने के लिए शिक्षकों की सूची भेजी गयी है जिसमें बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। शिक्षकों की जो सूची भेजी गयी है उसके अनुसार 26 फरवरी से इनकी ड्यूटी लगायी गयी है। यहां तक तो ठीक है लेकिन अब जरा शिक्षकों के नामों पर नजर डाले तो इनमें से 35 ऐसे नाम है जो अजीबोगरीब है। 


अब जरा इनके नाम हम सामने रखते है जिनकी ड्यूटी सारण के विभिन्न स्कूलों में इंटर की कॉपियों के जांचने के लिए लगी है। इनके नाम हैं बिलॉव्ड, वर्जिन, कुमारी टैलेंट पांडेय, कुमारी होप,कुमारी मूनलाइट, कुमारी फंड, कुमारी पॉइंट, इंटरटेनमेंट कुमार, ग्रीटिंग्स कुमार सहित 35 नाम ऐसे हैं जो सुनने और पढ़ने में अजीब लगते हैं। इन सभी शिक्षकों को विभाग की तरफ से पत्र भेजा गया है जिन्हें 2022 के इंटर परीक्षा की कॉपियों को जांचने के लिए ड्यूटी लगायी गयी है। पत्र के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल इन नामों को देख लोग भी हैरान है। इस तरह के नाम भला कौन रखता है इस बात की चर्चा लोगों के बीच खूब हो रही है।  


इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन में इन शिक्षकों को लगाया गया है। बिहार बोर्ड की ओर से जारी अनुमोदित सूची में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। जब इसकी पड़ताल की गई तो जिलेभर में ऐसे नाम के कोई शिक्षक ही नहीं मिले। जब जिले के डीईओ अजय कुमार सिंह से इस संबंध में बात की गयी तो उन्होंने बताया कि गड़बड़ी परीक्षा समिति से हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड द्वारा इंटर की कॉपी मूल्यांकन के लिए शिक्षकों की सूची भेजी गयी थी जिसमें गड़बड़ी सामने आई।