DESK : एक और जहां कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण भारत समेत दुनिया भर के देशों में लॉकडाउन है. लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हैं. जो सड़कें कुछ दिनों पहले तक गाडियों से पटी रहती थी वो अब सुनसान पड़ी है. कल-कारखाने बंद हैं. फैक्ट्रियां बंद हैं. इस लॉकडाउन की वजह से देश को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे हालात केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के हर देश का यही हाल है.
पर इस बंदी का एक अलग पहलु भी इन दिनों देखने को मिल रहा है. भले ही लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है लेकिन लॉकडाउन का सकारात्मक असर पर्यावरण पर दिखाई देने लगा है. कल तक जहां हवा में धुंध की एक चादर नीले आसमान को अपने कैद में रखती थी वो अब छटने लगी है. ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है. भारत में तमाम शहरों की हवा बेहद साफ हुई है. देश के हर शहर की एयर क्वालिटी इंडेक्स (ए क्यू आई) में सुधार हो रहा है. ऐसा लग रहा है मानो पृथ्वी सांस लेने लगी हो. विकास और तकनीक की अंधी दौड़ में हम ऐसे दौड़े कि हमे याद ही नहीं रहा की मनुष्य और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक है. गाडियों के शोर की हमें इतनी आदत हो गई थी कि चिड़ियों की चहचहाट कैसी होती है ये भी याद न रहा.
लॉकडाउन के 11 दिन बीत चुके है, और अब देश के विभिन्न हिस्सों से अनोखी तस्वीर सामने आ रहे है. कही सडकों पर मोर तो कहीं हाथी देखने को मिल रहा. वहीं पंजाब के जालंधर में निवासियों को ऐसा नजारा देखने को मिला कि सभी लोग आश्चर्य में पड़ गए.
दरअसल, पंजाब के जालंधर में रहने वाले लोगों को अब अपने घर के छतों से हिमालय की चोटी दिखाई देने लगी है. वहां के लोगों का कहना है कि हवा इतनी ज्यादा साफ हो गई है कि उन्हें अपने घरों की छत से ही 213 किलोमीटर दूर स्थित हिमालय की धौलधार पर्वत श्रृंखला दिखाई दे रही है. ये लोग कई साल से यहां रह रहे हैं लेकिन बादल और प्रदूषण की वजह से ऐसा नजारा पहले कभी इन्हें देखने को नहीं मिला.
इस नजारे को देखने के बाद कई लोगों ने ट्विटर के जरिए इस अविश्वसनीय नजारे के बारे में लिखा और तस्वीरें भी शेयर की हैं. उनका दावा है कि इस तरह का नजारा लगभग 30-35 साल बाद देखने को मिला है. हिमाचल प्रदेश में धौलाधार रेंज अपने आप में बेहद खुबसूरत है लेकिन इतनी दूर से उसका नजारा पहली बार देखने को मिल रहा है.
इस से पहले भी इस तरह की तस्वीर देखने को मिला है. मुंबई के खरेघट कॉलोनी में चार पांच मोर को टहलते देखा गया था. वहीं देहरादून में सडकों पर हाथी टहलते दिखे. 21 दिनों के लॉक डाउन ने हमें ऐसी तस्वीर दिखाई है जिसकी शायद कल्पना नहीं की गई थी. ये तस्वीर हमें शायद एहसास करा दें की पृथ्वी क्या थी और हमने इसे क्या बना दिया