कक्षा 9वीं से 12वीं तक के CBSE बोर्ड के छात्रों के लिए एक खुशखबरी है। 2025-26 सेशन से NCERT की किताबें 20% कम कीमत पर उपलब्ध होंगी। यह बदलाव किताबों के उत्पादन लागत में कमी और नई प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के कारण संभव हुआ है।
महत्वपूर्ण बदलाव और फायदे:
कीमत में कमी:
उदाहरण के लिए, 9वीं कक्षा के छह विषयों की किताबें (गणित, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र) पहले 535 रुपये में उपलब्ध थीं, जो अब 428 रुपये में मिलेंगी।
नए पाठ्यक्रम:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत कक्षा 7, 9 और 11 के लिए नई किताबें पेश की जाएंगी।
स्किल आधारित शिक्षा:
कक्षा 6 और 7 में स्किल टॉपिक्स जोड़े जा रहे हैं। इनसे संबंधित ऑडियो-वीडियो और एआई-पावर्ड इंटरएक्टिव ई-बुक्स भी तैयार हो रही हैं।
22 भाषाओं में संस्करण:
NCERT की किताबें 22 भारतीय भाषाओं में प्रकाशित की जा रही हैं, जिससे अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा।
किताबों की उपलब्धता में सुधार:
NCERT ने इस बार 15 करोड़ किताबें छापने की योजना बनाई है, जो पिछले साल के मुकाबले तीन गुना ज्यादा हैं। इसके अलावा, Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर NCERT किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी।
चुनौतियां और समाधान:
हर साल नया सत्र शुरू होने पर किताबों की कमी की समस्या सामने आती है, जिससे माता-पिता को महंगी प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें खरीदनी पड़ती थीं। इस बार किताबों की बढ़ी हुई प्रिंटिंग संख्या और ई-कॉमर्स पार्टनरशिप से इस समस्या के हल की उम्मीद है। NCERT की यह पहल न केवल छात्रों और अभिभावकों के आर्थिक बोझ को कम करेगी, बल्कि नए पाठ्यक्रम और तकनीकी संसाधनों के साथ शिक्षा को और अधिक प्रभावी और आधुनिक बनाएगी।