PATNA: पटना में 18 जून को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानि हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए 18 जून को हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गयी है। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन की अध्यक्षता में पटना में यह बैठक होगी। इस बात की जानकारी हम पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सह राष्ट्रीय प्रवक्ता अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने दी है।
बता दें कि हम पार्टी के संरक्षक व बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद बिहार में सियासत भी तेज हो गई। संतोष सुमन के इस्तीफे को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंजूर भी कर लिया है। इस्तीफे के बाद संतोष मांझी ने कहा था कि नीतीश कुमार हम का जेडीयू में विलय करने का दबाव बना रहे थे। जबकि जेडीयू का कहना था कि मांझी जैसे लोग आते-जाते रहते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। संतोष सुमन के इस्तीफा पर बीजेपी ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अहंकार में किसी का सम्मान नहीं करते हैं।
नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा देने का बाद जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का विलय जेडीयू में कराना चाह रहे थे। जेडीयू की तरफ से लगातार इसके लिए दबाव बनाया जा रहा था। बार-बार कहा जा रहा था कि अपनी पार्टी का विलय जेडीयू में कल लीजिए। पार्टी काे अस्तित्व को बचाने के लिए हमने फैसला लिया और मंत्री पद से इस्तीफा दिया।
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन कहा कि मैने रिजाइन कर दिया है। मुख्यमंत्री से अपील की है की वे मेरे इस्तीफे को मंजूर कर लें। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को मर्ज करने की बात कही गई थी, जिसे हमलोग ने स्वीकार नहीं किया। हम महागठबंधन से अलग नहीं हुए हैं, जब तक नीतीश जी रखेंगे तब तक रहेंगे। हमारे पास जो प्रस्ताव आया उसे हमने मंजूर नहीं किया। जेडीयू की तरफ से विलय करने के लिए दवाब था हमारे ऊपर लेकिन हम पार्टी का अस्तित्व खत्म नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का अस्तित्व खत्म करने की बात हो रही थी लेकिन हमलोग इतने दिनो से बस रहे थे। 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में भी हमारी पार्टी को किसी ने नहीं बुलाया। इस्तीफा देने से पहले नीतीश कुमार से भी बात हुई थी। हम अलग होकर भी महागठबंधन में रहना चाहते है लेकिन ये उनके ऊपर है कि वो हमे रखना चाहते हैं या नहीं। अब संघर्ष के रास्ते पर जनता के बीच जाएंगे।
संतोष सुमन ने कहा था कि पार्टी के कोर वर्कर, विधायकों से बात करके हमने ये फैसला लिया है। शेर का नाम नहीं लेंगे लेकिन हमारी छोटी पार्टी शेर के जबड़े में जाने से बच गई। हमारी पार्टी 5 सीटों के लिए बिल्कुल तैयार है, अगर 1- 2 सीट कम भी होता तो हम विचार कर सकते थे लेकिन अब सुलह की कोई बात नहीं होनी है। जनहित के मुद्दों के लिए राज्यपाल और गृह मंत्री से मिलना कोई गुनाह नहीं है।
संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद बिहार में जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाईटेड के सोनवर्षा विधायक रत्नेश सदा को आज पटना बुलाया था। सीएम के बुलावे पर रत्नेश सदा मंगलवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे सीएम हाउस भी पहुंच थे। जिसके बाद यह चर्चा होनी शुरू हो गयी थी कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है। जदयू कोटे से एससी एसटी विभाग का प्रभार उन्हें दिया जा सकता है। बिहार के सोनबर्षा विधानसभा क्षेत्र से रत्नेश सदा जेडीयू के विधायक है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, ललन सिंह और विजय चौधरी की आज बैठक साथ हुई थी। जिसमें यह फैसला लिया गया है। जिसके रत्नेश सदा को अणे मार्ग स्थित सीएम आवास पर बुलाया गया था। जैसे ही उनके मोबाइल पर कॉल आया वे पटना के लिए रवाना हो गये। अब पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। पटना पहुंचने के बाद रत्नेश सदा ने मीडिया से बातचीत की कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी और विजेन्द्र यादव का फोन आया था। हमें आज ही पटना आने को कहा गया था। कॉल आने के बाद हम पटना के लिए निकल भी गये। उन्होंने कहा कि पूरे आभार के साथ हम कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असीम कृपा है कि उन्होंने हमकों बुलाया जो जिम्मेदारी मिलेगी वो निर्वहण करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिलेगा तो मंत्री बनेंगे।