PATNA : आगामी 17 जुलाई को पटना में भव्य मुशायरा कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। भारतीय नृत्य कला मंदिर में आयोजित होने वाले महफिल-ए-मुशायरा में देश और दुनिया के 10 नामचीन शायर शिरकत करेंगे।मशहूर शायर अज्म शाकिरी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और अपनी शायरी पेश करेंगे। अज्म शाकिरी उर्दू शायरी के विविध रंगों को पेश कर इस शाम को यादगार बना देंगे। इस मुशायरे का आयोजन दुबई की साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था नविशता द्वारा पटना लिटरेरी फेस्टिवल के साथ मिलकर किया जा रहा है।
शायर अज्म शाकिरी 1990 से ही शायरी की दुनिया से जुड़े हुए हैं। अब तक उनकी चार किताबें बर्फ, सुरखाब, मेहराबें, क्या पत्थर के हो गए हो, आ चुकी है। उनकी कोशिश है कि आसान मोहब्बत का पैगाम लोगों तक पहुंचाते रहे। शाकिरी कहते हैं कि पटना में उर्दू शायरी और अदब को लेकर काफी अच्छी परंपरा हमेशा से रही है। पटना में काफी अच्छे- अच्छे शायर हुए हैं जबकि वहां के श्रोता भी बेहतर माने जाते हैं। उर्दू शायरी को बढ़ावा देने के लिए नविशता लगातार अच्छी पहल कर रहा है।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए नविशता के सचिव अहया भोजपुरी ने कहा कि इस मुशायरे का आयोजन दुबई की साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था नविशता द्वारा पटना लिटरेरी फेस्टिवल के साथ मिलकर किया जा रहा है। इसमें देश- विदेश के 10 नामचीन शायर शिरकत करेंगे। ये उर्दू शायरी के विविध रंगों को पेश कर इस शाम को यादगार बना देंगे। इन शायरों में शबीना अदीब, शकील आजमी, आलम खुर्शीद, अज्म शाकिरी, अजहर इकबाल, सपना मूलचंदानी, सरवर नेपाली, माधव नूर, प्रेरणा प्रताप, अहया भोजपुरी शामिल हैं।
पटना लिटरेरी फेस्टिवल के सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि उर्दू अदब और शायरी से मोहब्बत करने वाले श्रोताओं के लिए यह एक बेहतरीन मुशायरा होगा। इसमें एक ही मंच पर 10 दिग्गज और मशहूर शायरों को सुनने का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम में इंट्री आमंत्रण पत्र या पास के आधार पर होगी। पटना लिटरेरी फेस्टिवल पिछले 3 सालों से लगातार उर्दू अदब और तहजीब पर काम कर रही है। पी.एल.एफ. अब तक लाइव और वर्चूअल मिलाकर लगभग 10 प्रोग्राम करवा चुकी है। जिसमें देश-विदेश के लगभग 30 से 40 शायर भाग ले चुके हैं। जिनमें फरहत शहजाद, ए.एम. तुराज, मनोज मुंतशिर, मुनव्वर राणा, शबीना अदीब, राधिका चोपड़ा, मंसुर उस्मानी वगैरह शामिल थें।