DELHI : स्वास्थ के साथ-साथ कोरोना का असर रेलवे, ट्रांसपोर्ट, थियेटर, शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट में भी देखने को मिल रहा है. अर्थ व्यवस्था पर इसका भारी असर पड़ा है. भारत में आमदनी के सबसे बड़े स्रोत को भी करारा झटका लगा है. कोरोना ने भारत में रेल की रफ़्तार रोक दी है. एकसाथ 168 ट्रेनें रद्द करदी गई हैं. इन ट्रेनों को 20 मार्च 2020 से 31 मार्च तक के लिए कैंसल किया गया है.
कोरोना का असर हवाई यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है. कई फ्लाइट्स कैंसल की गई हैं. कोरोना वायरस के कारण 168 ट्रेनों को 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए कैंसिल कर दिया है. रेलवे में यह फैसला पैसेंजर की भीड़ को कम करने के लिए लिया गया है. हालांकि, इतनी मात्रा में रद्द की गई ट्रेनों के कारण रेल में यात्रा का प्लान कर चुके यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. इससे पहले भारतीय रेलवे ने 80 ट्रेनों को कोरोना के खतरे को देखते हुए रद्द कर दिया था. रद्द की गई ट्रेनों में उत्तर रेलवे की 8 ट्रेनें शामिल हैं. इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस, दिल्ली सराय रोहिल्ला पठानकोट एक्सप्रेस, अंबाला कैंट श्रीगंगानगर अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस, नई दिल्ली फिरोजपुर शताब्दी एक्सप्रेस और हजरत निजामुद्दीन से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस शामिल है.
महामारी बन चुके कोरोना के खतरे को देखते हुए रेलवे अलर्ट पर है. इंडियन रेलवे ने मंडल रेल अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिया है. इन निर्देशों में भारतीय रेल में किसी भी ऐसे कैटरिंग कर्मचारी को खान-पान की सेवा में नियुक्त न करने की बात कही गई है, जिसे सर्दी जुकाम या सांस लेने में दिक्कत हो रही हो. रद्द की गई ट्रेनों की सूची में लंबी दूरी की भी कुछ ट्रेनें हैं. इसके अलावा इंडियन रेलवे ने गुरुवार की सुबह 7.30 बजे तक 524 रद्द ट्रेनों की लिस्ट जारी की थी. इन ट्रेनों में मेल, जनशताब्दी, सुपरफास्ट ट्रेनें, पैसेंजर, एक्सप्रेस और हमसफर गाड़ियों के साथ कुछ स्पेशल ट्रेनों को भी रद्द किया गया है. रेलवे ने गुरुवार के लिए अब तक 405 ट्रेनें पूरी तरह से रद्द की हैं, जबकि 119 गाड़ियों को आंशिक रूप से कैंसिल किया गया है. इसके अलावा सुबह के 7:30 बजे तक 34 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं.