JAMUI : जमुई के मख़तब स्कूल के प्रधानाचार्य की 15 साल की बच्ची के निकाह को रुकवा दिया गया है। भागलपुर से 200 बाराती निकाह में शामिल होने जमुई पहुंचे थे। तभी नाबालिग बच्ची की निकाह की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को देखकर बाराती मौके से फरार हो गये। प्रधानाचार्य ने बाराती के लिए टेंट और खाने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी। इस तरह पुलिस की तत्परता से एक नाबालिग की शादी को रुकवा दिया गया।
मामला जमुई जिले के बरहट का है। जहां पुलिस ने नाबालिग लड़की का निकाह को किसी तरह से रुकवा दिया है। निकाह की तैयारी पूरी हो चुकी थी। बरहट पुलिस को देर शाम सूचना मिली कि गूगलडीह उत्क्रमित मध्य विद्यालय मखतब के प्रधानाचार्य मोहम्मद कलीमुद्दीन अंसारी के 15 वर्षीय बेटी की निकाह 5 मई, 2024 होने वाला है। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। निकाह को लेकर कलीमुद्दीन अंसारी ने कार्ड तक छपवा कर रिश्तेदारों और परिचितों को बांट दिया था।
इस निकाह में कई रिश्तेदार भी बरहट थानाक्षेत्र के गूगलडीह पहुंचे हुए थे। भागलपुर से करीब 200 बाराती भी जमुई के लिए निकल चुकी थी। रात 9:30 तक बारात लक्ष्मीपुर पहुंची, जहां पुलिसिया दबिश को लेकर सारे बाराती लक्ष्मीपुर से ही भागलपुर लौट गये। इस तरह नाबालिग लड़की का निकाह होने से बच गया।
इधर, बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव, बरहट के प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रवण पांडेय, बरहट के अंचलाधिकारी मयंक अग्रवाल, एसआई रूही फातिमा और गुगलडीह ग्राम के मुखिया बलराम सिंह तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ पहुंचे। उनलोगों ने परिवार और स्थानीय लोगों को यह बताया कि किसी भी लड़की की शादी 18 वर्ष से कम उम्र में करना कानूनन अपराध है। इसके लिए कड़े दंड का भी प्रावधान है। साथ ही, कम उम्र में लड़की की शादी करने से उत्पन्न होने वाले सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी खतरों और इसके दुष्परिणाम के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया।
इसे लेकर गुगुलडीह स्कूल के प्रांगण में रात के 12 बजे तक परिवार वालों और स्थानीय लोगो के साथ बैठक भी की गई। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिवारजनों ने बच्ची का निकाह टाल दिया और उन लोगों ने कहा कि जबतक बच्चे की उम्र 18 के पार नहीं हो जाती, निकाह नहीं करेंगे।