पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाओं की लिस्ट जारी, तीन ने ली भारतीय नागरिकता 40 साल दरगाह की सेवा के बाद श्यामलाल की घर वापसी, पहलगाम आतंकी हमले से हुआ हृदय परिवर्तन Bihar News: सदर अस्पताल में मिला 25 वर्षीय युवक का शव, प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या का आरोप आतंकवादी हमले के खिलाफ पटना में महागठबंधन का कैंडल मार्च, तेजस्वी यादव-मुकेश सहनी सहित कई नेता रहे मौजूद Road Accident: भारतीय सेना के जवान की सड़क हादसे में मौत, पिता के निधन के बाद छुट्टी पर आए थे घर गोपालगंज में 4 दिन से लापता युवती की लाश बगीचे से बरामद, हत्या के विरोध में परिजनों ने किया सड़क जाम हंगामा CSKvsSRH: 10वें स्थान को लेकर CSK और SRH में रोचक जंग के बीच चेन्नई को मिले भविष्य के 2 सुपरस्टार BIHAR NEWS: विनोद सिंह गुंजियाल बने बिहार के नये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, 2007 बैच के हैं IAS अधिकारी महागठबंधन में महाघमासान होना तय! RJD से दबने को तैयार नहीं कांग्रेस, को-ओर्डिनेशन कमेटी में दिखा दिया अपना जोर Pahalgam Terror Attack: रूस की अपने नागरिकों को सलाह, “पाकिस्तान की यात्रा न करें”, भारत-पाक के बीच तनाव से पूरी दुनिया अलर्ट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 29 Nov 2024 08:09:19 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसंबर से एक बार फिर बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं। सीएम की यह यात्रा प्रशासनिक और राजनीतिक रूप से अहम होने वाली है। सरकारी स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने इसको लेकर सभी विभागों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने बताया कि सीएम नीतीश की यात्रा की रूपरेखा क्या होगी।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री की 15 दिसंबर से प्रस्तावित बिहार भ्रमण के दौरान जहां सात निश्चय एक और दो, जल जीवन हरियाली एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी लेंगे। वहीं, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। इसके अलावा योजनाओं की जमीनी समीक्षा भी करेंगे। इसको लेकर राज्य सरकार ने अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है।
मालूम हो कि, सीएम नीतीश कुमार की यह 15वीं बिहार यात्रा होगी। इसके लिए राज्य सरकार 225 करोड़ रुपये खर्च करेगी। बजट के लिए पिछले सप्ताह आयोजित राज्य कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई थी। इस पहले नीतीश 14 बार राज्य के दौरे पर निकल चुके हैं। आखिरी बार उन्होंने 2023 में समाधान यात्रा की थी।
बता दें कि, नीतीश कुमार ने 2005 में बिहार चुनाव से ठीक पहले पहली बार राज्य की यात्रा पर निकले थे। उनके इस टूर का नाम न्याय यात्रा था, जिसने लालू यादव की पार्टी राजद की सत्ता से विदाई कर दी थी।नीतीश ने अब तक अलग-अलग वजह और मकसद से बिहार की 14 यात्राएं की हैं। उन्होंने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले विकास यात्रा की। पार्टी के अच्छा प्रदर्शन करने के बाद जून में धन्यवाद यात्रा पर गए फिर 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिसंबर में प्रवास यात्रा की ताकि जतना के सामने अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश कर सकें।
इसके बाद नीतीश ने अप्रैल 2010 में विश्वास यात्रा की इस चुनाव में जेडीयू 115 सीटें जीतकर बिहार में अपने सबसे शानदार प्रदर्शन तक पहुंची। इस प्रचंड जीत के बाद नीतीश ने 2011 में सेवा यात्रा की, तो 2012 में बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस की मांग को लेकर अधिकार यात्रा पर निकले।नीतीश ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले संकल्प यात्रा की, लेकिन उनकी पार्टी जेडीयू को भारी नुकसान हुआ और वह सिर्फ दो सीटें जीत सकी। नीतीश 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बिहार की यात्रा पर निकले।
लोकसभा चुनाव 2014 के झटके से उबरकर नीतीश कुमार ने इस साल नवंबर में संपर्क यात्रा शुरू की और बिहार के हर जिले में पहुंचे। बिहार में 2015 में महागठबंधन सरकार (जदयू, राजद, कांग्रेस और वामद ल) बनने के बाद नीतीश ने सात निश्चय लागू किया और उसका असर देखने 2016 में निश्चय यात्रा पर निकले।फिर 2017 में वह समीक्षा यात्रा, 2019 में जल जीवन हरियाली यात्रा, 2021 में समाज सुधार यात्रा और 2023 में समाधान यात्रा पर निकले थे।