MADHEPURA: मधेपुरा के पुरैनी प्रखंड के औराय गांव के ब्रह्मदेव मंडल ने 10 माह में 12 बार कोरोना की वैक्सीन लगवा ली। पूरे देश में इस मामले की चर्चा होने के बाद चिकित्सा पदाधिकारी डा .विनयकृष्ण प्रसाद ने पुलिस थाने में ब्रह्मदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया। ब्रह्मदेव पर धोखधड़ी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया गया है। जब से उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ तब से वे डरे सहमें हैं। वे भागे-भागे फिर रहे हैं। ब्रह्मदेव मंडल ने धमकी दी है कि यदि उन्हें गिरफ्तार किया गया या मुकदमा चलाया गया तो वो आत्महत्या कर लेंगे।
गौरतलब है कि रविवार की रात पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के घर छापेमारी की थी। भारी संख्या में पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के घर पर छापा मारने पहुंचे थे। हालांकि मंडल अपने घर पर नहीं मिले। ब्रह्मदेव मंडल के परिजन कह रहे हैं कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने बहुत बदसलूकी की। उनकी पत्नी निर्मली देवी ने कहा था कि उनके पति औऱ परिवार के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वे बहुत बड़े अपराधी हों। निर्मली देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस वाले दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए। इससे पूरा परिवार डरा हुआ है। निर्मली देवी ने कहा कि अपना स्वास्थ्य ठीक करने के लिए उनके पति ने 12 दफे कोरोना की वैक्सीन ली. उनके पति को कई बीमारी ती लेकिन वैक्सीन लेने के बाद बीमारी ठीक होती गयी तो वे डोज लेते गए. पुलिस ऐसे धमका रही है जैसे पूरे परिवार ने बड़ा अपराध कर दिया है।
वही ब्रह्मदेव मंडल ने बताया कि स्वास्थ विभाग के अधिकारी खुद बचाने के लिए उनके ऊपर गलत FIT दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि यदि मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज होती है तो मैं आत्महत्या तक कर लूंगा। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की शिकायत प्रधानमंत्री से भी करने की बात कही। उन्होंने इस बात को फिर दोहराया कि उन्हें टीका से काफी लाभ हुआ इसलिए वह बार-बार टीका लिए। अब वो पूरे तरीके से ठीक हैं।
पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है। 12 दफे वैक्सीन लगाने वाले के खिलाफ ऐसी धारायें लगायी गयी हैं जिससे बेल मिलने में भी होश ठिकाने आ जाये। पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420 और 188 के तहत मामला दर्ज किया है. ब्रह्मदेव मंडल पर वेश बदलकर छल करना, बेइमानी से बहुमूल्य वस्तु को नष्ट करना और सरकारी लोक सेवक द्वारा दिए गए निर्देश के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने कहा है कि ब्रह्मदेव के घर छापेमारी में वे घर में नहीं पाये गये. उनके परिवार के लोगों को कहा गया है कि वे जैसे ही घर आएं, उन्हें तत्काल थाने भेजें. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ केस इसलिए दर्ज करवाया गया है ताकि दूसरे लोग इस तरह का कदम न उठाएं।
पुलिस से बच-बच कर चल रहे ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि स्वास्थ विभाग के अधिकारी खुद बचाने के लिए उनके ऊपर गलत FIR दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि यदि मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज होती है तो मैं आत्महत्या तक कर लूंगा।