12 दफे वैक्सीन लेने वाले के घर पुलिस का तांडव: दरवाजा तोड़ कर घुसी पुलिस, परिजनों ने कहा-इतने बड़े अपराधी नहीं हैं

12 दफे वैक्सीन लेने वाले के घर पुलिस का तांडव: दरवाजा तोड़ कर घुसी पुलिस, परिजनों ने कहा-इतने बड़े अपराधी नहीं हैं

MADHEPURA: 12 दफे कोरोना की वैक्सीन लेकर देश भर में चर्चे में आये ब्रह्मदेव मंडल भारी मुसीबत में फंस गये हैं. ब्रह्मदेव के खिलाफ संगीन मामलों में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने उनके घर पर छापेमारी की. परिजन कह रहे हैं कि पुलिस ने ऐसे छापेमारी की जैसे वे मोस्ट वांटेड अपराधी हों. घर का दरवाजा तोड कर पुलिस अंदर घुस आय़ी. हालांकि ब्रह्मदेव वहां नहीं मिले तो परिजनों को जमकर धमकाया गया।


हम आपको बता दें कि मधेपुरा के पुरैनी प्रखंड के औराय गांव के ब्रह्मदेव मंडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है. ब्रह्मदेव ने 10 माह में 12 बार कोरोना की वैक्सीन लगवा ली. पूरे देश में इस मामले की चर्चा होने के बाद बिहार सरकार ने ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ केस करने का एलान किया. चिकित्सा पदाधिकारी डा .विनयकृष्ण प्रसाद ने पुलिस थाने में ब्रह्मदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है।


मोस्ट वांटेड अपराधी की तरह छापेमारी

रविवार की रात पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के घर छापेमारी की. भारी संख्या में पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के घर पर छापा मारा. हालांकि मंडल अपने घर पर नहीं मिले. ब्रह्मदेव मंडल के परिजन कह रहे हैं कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने बहुत बदसलूकी की. मंडल की पत्नी निर्मली देवी ने कहा कि उनके पति औऱ परिवार के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वे बहुत बड़े अपराधी हों. 


निर्मली देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस वाले दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए. इससे पूरा परिवार डरा हुआ है. निर्मली देवी ने कहा कि अपना स्वास्थ्य ठीक करने के लिए उनके पति ने 12 दफे कोरोना की वैक्सीन ली. उनके पति को कई बीमारी ती लेकिन वैक्सीन लेने के बाद बीमारी ठीक होती गयी तो वे डोज लेते गए. पुलिस ऐसे धमका रही है जैसे पूरे परिवार ने बड़ा अपराध कर दिया है. 


ब्रह्मदेव के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज

पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया. 12 दफे वैक्सीन लगाने वाले के खिलाफ ऐसी धारायें लगायी गयी हैं जिससे बेल मिलने में भी होश ठिकाने आ जाये. पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420 और 188 के तहत मामला दर्ज किया है. ब्रह्मदेव मंडल पर वेष बदलकर छल करना, बेइमानी से बहुमूल्य वस्तु को नष्ट करना और सरकारी लोक सेवक द्वारा दिए गए निर्देश के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने कहा है कि ब्रह्मदेव के घर छापेमारी में वे घर में नहीं पाये गये. उनके परिवार के लोगों को कहा गया है कि वे जैसे ही घर आएं, उन्हें तत्काल थाने भेजें. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ केस इसलिए दर्ज करवाया गया है ताकि दूसरे लोग इस तरह का  कदम न उठाएं.