ARA : पटना और भोजपुर के चर्चित सेक्स रैकेट कांड में फरार चल रहे आरजेडी विधायक अरुण यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कोर्ट से गैरजमानतीय वारंट जारी होने के करीब 40 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं. बताया जा रहा है कि अब विधायक को गिरफ्तार करने के लिए के उनके पीछे एसटीएफ को लगाया गया है.
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2008 में भी पटना एसटीएफ के हत्थे चढ़े थे अरुण यादव
पटना एसटीएफ की टीम भी अंदर ही अंदर सेक्स रैकेट कांड में फरार राजद विधायक अरूण यादव का सुराग पाने के प्रयास में लगी हुई है. बता दें कि शनिवार को एसटीएफ से जुड़े एक-दो पदाधिकारियों ने जिले के कुछ लोगों से मोबाइल के जरिए संपर्क कर क्लू पाने का प्रयास किया गया. क्योंकि, राजद विधायक को मोबाइल स्वीच ऑफ बता रहा है. ऐसे में एसटीएफ की टीम करीबियों की मदद से विधायक तक पहुंचने की कोशिश में लगी हुई है. बता दें कि इससे पहले 2008 के आसपास पटना एसटीएफ ने अरूण यादव को पकड़ा था. उस समय विधायक अपनी बेटी की शादी की तैयारी में लगे हुए थे. तभी पटना में राजद सुप्रीमो के यहां से शादी का कार्ड देकर लौटते समय एसटीएफ ने बिहटा, सिंकदरपुर छलका के समीप अरूण यादव को पकड़ा था.
वारंट निकलने के 40 घंटे बाद भी भोजपुर पुलिस के हाथ खाली
कोर्ट से वारंट निकलने के लगभग 40 घंटे बाद भी भोजपुर पुलिस की हाथ खाली है. पुलिस राजद विधायक को गड़हनी के लसाढ़ी गांव स्थित पैतृक घर, अगिआंव बाजार स्थित आवास तथा पटना सचिवालय के फ्लैट पर छापेमारी कर चुकी है. लेकिन, अभी तक पुलिस के हाथ खाली है. शुक्रवार की देर रात भी जब पुलिस लसाढ़ी और अगिआंव बाजार स्थित घर पर पहुंची तो वहां ताला बंद था. इसी तरह पटना आवास पर भी विधायक नहीं मिले. अभी भी पुलिस की एक टीम पटना में कैंप कर रही है. जानकारी मिली है कि गोपनीय तरीके से पटना एसटीएफ समेत दूसरी एजेसियों की भी मदद ली जा रही है.
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