Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने BJP की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी ने किया था सस्पेंड Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने BJP की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी ने किया था सस्पेंड Rohini Acharya: ‘संजय और रमीज का नाम लीजिएगा तो आपको चप्पल से मारा जाएगा’, पार्टी और परिवार छोड़ने के बाद रोहिणी आचार्य का बड़ा बयान Rohini Acharya: ‘संजय और रमीज का नाम लीजिएगा तो आपको चप्पल से मारा जाएगा’, पार्टी और परिवार छोड़ने के बाद रोहिणी आचार्य का बड़ा बयान World Pathology Day: पटना में विश्व पैथोलॉजी दिवस पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, छात्र-छात्राओं ने लगाया साइंस एग्जीबिशन World Pathology Day: पटना में विश्व पैथोलॉजी दिवस पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, छात्र-छात्राओं ने लगाया साइंस एग्जीबिशन बिहार में प्रेम की मिसाल: पति की मौत के दो घंटे बाद पत्नी ने भी तोड़ा दम, दोनों ने एकसाथ दुनिया को कहा अलविदा Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में पूरी तरह से हावी रहा परिवारवाद, कई नेताओं के रिश्तेदार जीते; कई को करना पड़ा हार का सामना Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में पूरी तरह से हावी रहा परिवारवाद, कई नेताओं के रिश्तेदार जीते; कई को करना पड़ा हार का सामना Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में इतनी महिला उम्मीदवारों ने मारी बाजी, विधानसभा में दिखेगी आधी आबादी की ताकत
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 May 2025 07:50:11 AM IST
बिहार की महिलाएं हंसी से करती हैं तनाव पर जीत - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार की महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक हंसमुख पाई गई हैं। हाल ही में राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च 2025 में जारी एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला लेकिन सकारात्मक ट्रेंड सामने आया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य की 65% महिलाएं रोजाना 2-3 घंटे हंसी-मजाक में बिताती हैं, जिससे उनका मानसिक तनाव काफी हद तक कम हो जाता है।
अध्ययन में शामिल हुए 5 लाख से अधिक लोग
इस सर्वे में 507666 लोग शामिल थे, जिनमें से 30 लाख 50 हजार महिलाएं थीं। अध्ययन में 15 साल से लेकर 50 साल तक के उम्र वर्ग को शामिल किया गया। सबसे ज्यादा 30 से 45 वर्ष की महिलाएं हंसमुख श्रेणी में आईं, जो या तो नौकरीपेशा हैं या गृहिणी।
बच्चों के साथ संवाद बनाता है खुशहाल माहौल
अध्ययन में यह भी पाया गया कि करीब 20 लाख महिलाओं ने अपने हंसमुख रहने का कारण बच्चों को बताया। महिलाएं ऑफिस में भी काम के बीच बच्चों से बात कर हंसती हैं, जिससे उनका तनाव दूर होता है। वहीं 10 लाख महिलाओं ने बताया कि वे अपने सहकर्मियों के साथ हंसी-मजाक करती हैं, जिससे ऑफिस का माहौल सकारात्मक बना रहता है।
पुरुषों में हंसमुख होने का प्रतिशत 35%
इसके मुकाबले पुरुषों में हंसमुख रहने की प्रवृत्ति काफी कम देखी गई। केवल 35% पुरुष ही ऐसे पाए गए जो रोजाना हंसी-मजाक के मूड में रहते हैं, वो भी सिर्फ आधे घंटे के लिए। इसका मतलब यह है कि महिलाएं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कहीं ज्यादा जागरूक और सक्रिय हैं।
हंसी से घटती हैं बीमारियां भी
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि हंसमुख रहने वाली महिलाओं में बीमारियां भी कम होती हैं। 3 लाख महिलाओं ने बताया कि उन्हें माइग्रेन, बीपी और शुगर जैसी समस्याएं थीं, लेकिन हंसी-योग और हंसते रहने की आदत से उन्हें राहत मिली है। ऐसे लोग हंसमुख व्यक्तियों से मिलने लगे, जिससे उनका जीवन बेहतर हुआ।