समस्तीपुर में सरपंच के बेटे को मारी गोली, गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे अमित शाह और जेपी नड्डा, बीजेपी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत नीतीश के शपथ लेने से पहले ही बंपर बहाली की प्रक्रिया शुरू, सरकार ने जारी किया बड़ा आदेश, जानिये किन पदों पर होगी नियुक्ति? पटना के ए.एन. कॉलेज में गोल इंस्टीट्यूट का भव्य सेमिनार, NEET–JEE तैयारी पर विशेषज्ञों ने दिए खास टिप्स Bihar News: बिहार में शादी समारोह से लौट रहे युवक को बेलगाम वाहन ने रौंदा, चालक की तलाश जारी Patna Book Fair 2025: 5 से 16 दिसंबर तक गांधी मैदान में सजेगा 41वां पुस्तक मेला, 200 स्टॉल और 300 कार्यक्रम होंगे दीक्षांत समारोह से पहले मिथिला विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन, अंगवस्त्र की गुणवत्ता पर सवाल, कुलपति आवास का किया घेराव 10वीं बार CM पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार, हेलिकॉप्टर से गांधी मैदान पहुंचेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहरसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप सोनपुर मेला 2025: पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना स्वीस कॉटेज, उमड़ा जनसैलाब
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 May 2025 07:50:11 AM IST
बिहार की महिलाएं हंसी से करती हैं तनाव पर जीत - फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार की महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक हंसमुख पाई गई हैं। हाल ही में राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च 2025 में जारी एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला लेकिन सकारात्मक ट्रेंड सामने आया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य की 65% महिलाएं रोजाना 2-3 घंटे हंसी-मजाक में बिताती हैं, जिससे उनका मानसिक तनाव काफी हद तक कम हो जाता है।
अध्ययन में शामिल हुए 5 लाख से अधिक लोग
इस सर्वे में 507666 लोग शामिल थे, जिनमें से 30 लाख 50 हजार महिलाएं थीं। अध्ययन में 15 साल से लेकर 50 साल तक के उम्र वर्ग को शामिल किया गया। सबसे ज्यादा 30 से 45 वर्ष की महिलाएं हंसमुख श्रेणी में आईं, जो या तो नौकरीपेशा हैं या गृहिणी।
बच्चों के साथ संवाद बनाता है खुशहाल माहौल
अध्ययन में यह भी पाया गया कि करीब 20 लाख महिलाओं ने अपने हंसमुख रहने का कारण बच्चों को बताया। महिलाएं ऑफिस में भी काम के बीच बच्चों से बात कर हंसती हैं, जिससे उनका तनाव दूर होता है। वहीं 10 लाख महिलाओं ने बताया कि वे अपने सहकर्मियों के साथ हंसी-मजाक करती हैं, जिससे ऑफिस का माहौल सकारात्मक बना रहता है।
पुरुषों में हंसमुख होने का प्रतिशत 35%
इसके मुकाबले पुरुषों में हंसमुख रहने की प्रवृत्ति काफी कम देखी गई। केवल 35% पुरुष ही ऐसे पाए गए जो रोजाना हंसी-मजाक के मूड में रहते हैं, वो भी सिर्फ आधे घंटे के लिए। इसका मतलब यह है कि महिलाएं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कहीं ज्यादा जागरूक और सक्रिय हैं।
हंसी से घटती हैं बीमारियां भी
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि हंसमुख रहने वाली महिलाओं में बीमारियां भी कम होती हैं। 3 लाख महिलाओं ने बताया कि उन्हें माइग्रेन, बीपी और शुगर जैसी समस्याएं थीं, लेकिन हंसी-योग और हंसते रहने की आदत से उन्हें राहत मिली है। ऐसे लोग हंसमुख व्यक्तियों से मिलने लगे, जिससे उनका जीवन बेहतर हुआ।