पटना में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी, मेहंदीगंज थाने में केस दर्ज, कैसे की गयी ठगी जानें रेड लाइट एरिया से नेपाल की नाबालिग लड़की बरामद, आरोपी सेराज नट गिरफ्तार, घर को किया गया सील Bihar News: कांग्रेस का 'पलायन रोको...नौकरी दो' पदयात्रा 10 तारीख को पटना में, कहां से होगी शुरूआत..कहां होगा समापन, जानें.... दागी IAS अधिकारी संजीव हंस की मुसीबतें बढ़ी, राज्य सरकार ने दिया बड़ा झटका Bihar News: भ्रष्ट CDPO को चार साल की सजा...जुर्माना भी लगा, रिश्वतखोर के खिलाफ विजिलेंस ने दर्ज किया था केस NEET 2025 की तैयारी को लेकर Goal Institute का सेमिनार, छात्रों को अंतिम 25 दिनों में स्मार्ट रणनीति अपनाने की सलाह Passport Ranking: टॉप 10 देशों की लिस्ट ने चौंकाया, भारत और पाकिस्तान की रैंकिंग में सुधार Gaya News: ANMCH इमरजेंसी वार्ड में सुधार की झलक, अब ट्रे में सिरिंज लाकर दिए जा रहे इंजेक्शन Accident News: दर्दनाक सड़क हादसे में पांच की मौत, कई लोग घायल; बस और दो ट्रक की जोरदार टक्कर Jamui News: ट्यूशन पढ़ते-पढ़ते गुरु जी की बेटी से हो गया प्यार, चाय बेचने वाले छात्र ने मास्टर साहब की बिटिया से कर लिया अंतरजातीय विवाह
30-Mar-2025 03:51 PM
Art of living : जागरूकता, संतुलन और प्रसन्नता के साथ जीना ही सच्चे अर्थों में आर्ट ऑफ लिविंग कहलाता है। जब हम प्रत्येक क्षण को खुले विचारों और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनाते हैं, तभी हम वास्तविक आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
सुदर्शन क्रिया: मानसिक संतुलन की कुंजी
आर्ट ऑफ लिविंग में सुदर्शन क्रिया को एक प्रभावी तकनीक माना जाता है, जो श्वास प्रक्रियाओं के माध्यम से मन और शरीर को शुद्ध करने में सहायक होती है। इस पद्धति को अपनाने से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि मानसिक स्पष्टता और सकारात्मक ऊर्जा का भी विकास होता है।
सही और गलत का दृष्टिकोण
जीवन में सही या गलत का निर्धारण हमारी सोच और नजरिए पर निर्भर करता है। यदि हम परिस्थितियों को खुले मन से स्वीकार करें, तो उनमें छिपे अवसरों को देख पाना संभव हो जाता है। अच्छा और बुरा सापेक्ष होते हैं। आर्ट ऑफ लिविंग का पहला सिद्धांत यही है कि विपरीत तत्व एक-दूसरे के पूरक होते हैं। इस संसार में कुछ भी पूर्णतः अच्छा या बुरा नहीं होता। उदाहरण के लिए, दूध सेहत के लिए लाभदायक है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसी तरह, जहर सामान्य रूप से खतरनाक माना जाता है, लेकिन कई बार यही जीवन बचाने वाली औषधि बन जाता है। वास्तव में, अधिकतर जीवनरक्षक दवाएं अपने मूल रूप में जहरीली होती हैं। इसलिए, अच्छा और बुरा केवल परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। सत्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि हम विभेदकारी जागरूकता को अपनाएं।
आर्ट ऑफ लिविंग का व्यापक प्रभाव
आज दुनिया भर में लाखों लोग आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़कर अपने जीवन में संतुलन, शांति और आध्यात्मिक जागरूकता की ओर बढ़ रहे हैं। इसका मूल संदेश स्पष्ट है—जब सांसों पर नियंत्रण होता है, तब जीवन भी नियंत्रित और आनंदमय हो जाता है। यही सच्ची आर्ट ऑफ लिविंग है।