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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 21 Jun 2025 02:45:23 PM IST
डॉक्टर पर गंभीर आरोप - फ़ोटो google
DESK: गोरी चमड़ी की डिमांड पर देश में विदेशी लड़कियों की भी सप्लाई जारी है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने एक फ्लैट में छापेमारी कर उज्बेकिस्तान की दो लड़कियों को बरामद किया। इन दोनों विदेशी लड़कियों की मदद एक डॉक्टर ने की जिसने दोनों को रहने के लिए फ्लैट तक उपलब्ध करवाया। पुलिस ने डॉक्टर और उसके एक दोस्त के खिलाफ केस दर्ज किया है। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि दोनों उज्बेकिस्तानी नागरिक लड़कियां अनैतिक कार्यों में लिप्त थी।
लखनऊ पुलिस ने रिहायशी इलाका स्थित एक फ्लैट में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की। पुलिस को सेक्स रैकेट का धंधा चलाए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस की रेड में उज्बेकिस्तान की दो युवतियों को पकड़ा गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये दोनों युवतियां अनैतिक कार्यों में लिप्त थीं। इसमें एक डॉक्टर और स्थानीय नेटवर्क की संलिप्तता भी सामने आई है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें विदेशी युवतियों की संलिप्तता सामने आई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र स्थित एक फ्लैट पर छापेमारी की, जहां से उज्बेकिस्तान की दो युवतियों को हिरासत में लिया गया। इस पूरे मामले में एक स्थानीय डॉक्टर और उसके सहयोगी का नाम भी सामने आया है, जिन पर विदेशी नागरिकों को अवैध तरीके से भारत में रखने और अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त कराने के गंभीर आरोप लगे हैं।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके के एक फ्लैट में विदेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं और वहां सेक्स रैकेट संचालित हो रहा है। इस आधार पर दरोगा महेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए फ्लैट पर छापा मारा। मौके से उज्बेकिस्तान की दो युवतियों को पकड़ा गया, जो फ्लैट में रह रही थीं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये दोनों युवतियां अनैतिक कार्यों में लिप्त थीं।
पुलिस जांच में पाया गया कि दोनों विदेशी युवतियों के पास पासपोर्ट और वीज़ा जैसे वैध दस्तावेज नहीं थे। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे भारत उज्बेकिस्तान निवासी एक महिला 'लोयोला' की मदद से आई थीं। भारत आने के बाद उनकी मुलाकात डॉक्टर विवेक गुप्ता से हुई, जिसने उन्हें अर्जुन राणा उर्फ त्रिजिनराज नामक व्यक्ति से मिलवाया। इन्हीं लोगों की मदद से उन्हें लखनऊ में रहने की जगह मिली और अनैतिक गतिविधियों में शामिल किया गया।
पूरे मामले में पुलिस ने डॉक्टर विवेक गुप्ता और उसके सहयोगी अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम, धोखाधड़ी, और विदेशी पंजीकरण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोप है कि दोनों आरोपियों ने न सिर्फ विदेशी महिलाओं को भारत में अवैध रूप से प्रवेश दिलवाया बल्कि उन्हें सेक्स रैकेट में शामिल कर कमाई का जरिया बनाया।
लखनऊ पुलिस ने बताया कि यह मामला गंभीर है और इसकी गहन जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, यदि जांच में और भी लोग इस रैकेट से जुड़े पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही विदेशी युवतियों के देश में आने के तरीके, उनके नेटवर्क और इस गिरोह की जांच भी की जा रही है।
भारत में, खासकर बड़े शहरों में, "गोरी चमड़ी" की डिमांड के नाम पर विदेशी महिलाओं को सेक्स वर्क में धकेलने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। ऐसे रैकेट्स बड़े संगठित गिरोहों द्वारा चलाए जाते हैं जो लड़कियों को वीज़ा पर बुलाकर अवैध गतिविधियों में धकेल देते हैं। लखनऊ का यह केस भी एक उदाहरण है, जिसमें एक डॉक्टर और स्थानीय नेटवर्क की संलिप्तता भी सामने आई है।