ब्रेकिंग न्यूज़

Holi 2025: होली के दौरान आंखों में अबीर पड़ने पर हो सकती है एलर्जी, त्वचा संबंधी परेशानी से इस तरह करें बचाव Bihar Election: पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह किस पार्टी में होंगी शामिल? खुद किया खुलासा Bihar News : 'सिर मुड़ाते ही ओले पड़े', शादी के बाद 6 महीने की प्रेगनेंट निकली दुल्हन, अब दूल्हे के साथ रिश्ता तोड़ने के नाम पर हो रहा यह खेल UPDATE MOBILE NUMBER IN DL : वाहन मालिक हो जाएं सावधान! DL में इस डेट तक कर लें मोबाइल नंबर अपडेट, नहीं तो देना होगा इतना जुर्माना Bihar News : 'तेरे इश्क में पागल हो गया...', भाभी की मीठी-मीठी बातों पर आया देवर का दिल, अब दोनों मिलकर कर दिया बड़ा कांड INDIAN RAILWAY : अयोध्या से जनकपुर तक सीधी ट्रेन सेवा जल्द, रेल से जुड़ेंगे श्री राम और माता सीता के तीर्थ Holi Special trains : होली के बाद काम पर लौटना होगा आसान, यहां देखें रेलवे के स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट PM Internship Scheme : युवाओं को बड़ा तोहफा, PM Internship Scheme लास्ट डेट बढ़ी, अब इस डेट तक कर सकते हैं अप्लाई; Holi 2025: होली पर घर लौटने वालों परेशान , पटना रेलवे स्टेशनों पर चोरों ने मचाया आतंक Holi Special train :होली के बाद काम पर लौटना होगा आसान, रेलवे ने किए विशेष इंतजाम

Vrindavan Widows Holi: रंगों में सराबोर हुआ देश, खूब उड़ रहे अबीर-गुलाल, वृंदावन में विधवा माताओं ने खेली होली

Vrindavan Widows Holi: पूरा देश होली के रंगों में सराबोर है। रूढ़ीवादी परंपराओं को तोड़कर वृंदावन में विधवा माताओं ने फूल-गुलाल से जमकर होली खेली।

Vrindavan Widows Holi

14-Mar-2025 07:21 AM

By KHUSHBOO GUPTA

Vrindavan Widows Holi: पूरा देश हर्षो-उल्लास के साथ होली का पावन त्योहार मना रहा है। सुबह से ही लोग होली के रंगों में डुबे हैं। वहीं वृंदावन में विधवा माताओं ने फूल-गुलाल से होली खेली। कुप्रथाओं के चलते बेरंग एवं एकाकी जीवन जीने को मजबूर विधवा माताएं धर्म नगरी वृंदावन में एक बार फिर से होली पर्व की खुशियां मनाकर आनंदित हो गईं।


रूढ़ीवादी परंपराओं को दरकिनार कर विधवा माताओं को होली पर्व की खुशी प्रदान करने के लिए शुरू किए गए कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से यहां 2000 से अधिक विधवा महिलाओं ने एक साथ होली खेलकर एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया है। मथुरा-वृंदावन की होली तो वैसे भी जगत प्रसिद्ध है, मगर इस बार यहां की होली केवल आनंद ही नहीं सामाजिक सौहार्द, सांस्कृतिक समरसता एवं सामाजिक परिवर्तन के सम्मानित क्षण बनकर विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी है। 


परंपरागत रूप से, भारत में विधवाओं से होली जैसे त्योहारों सहित संसारिक सुखों को त्यागने की अपेक्षा की जाती थी, लेकिन भगवान कृष्ण के दिव्य प्रेम से जुड़े शहर वृंदावन में यह एक क्रांतिकारी बदलाव के तौर पर देखा जाता है। हर साल, वृंदावन के विभिन्न आश्रमों से हजारों विधवाएं होली पर खुद को जीवंत रंगों, संगीत और भक्ति में सराबोर कर लेती हैं। इस समारोह में पारंपरिक लोक गायन, लोक नृत्य, भक्ति गीत जैसी प्रस्तुतियां भी हुए। आयोजन में ऑर्गेनिक रंगों का इस्तेमाल हुआ तथा इसमें अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों, मीडिया तथा भक्तों की भागीदारी हुई।