Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह? Bihar News: भीषण सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत, फरार चालक की तलाश में जुटी पुलिस Bihar Election 2025: आज शिवहर में सीएम नीतीश कुमार की जनसभा, NDA प्रत्याशी के लिए करेंगे प्रचार Bihar Weather: बिहार के दर्जनों जिलों में आज भी वर्षा की चेतावनी, 7 में ऑरेंज अलर्ट जारी Bihar Election 2025: वादों में महिलाओं की बात, लेकिन टिकट में कमी, 15 साल में सबसे कम चुनावी मैदान में महिला उम्मीदवार; आखिर क्या है वजह? Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर खूनी संघर्ष, दबंगों ने पीट-पीटकर की युवक की हत्या Bihar Crime News: ‘यादवों के खिलाफ बोला तो गोली मार दूंगा’, बीजेपी सांसद रवि किशन को जान से मारने की धमकी Bihar Crime News: ‘यादवों के खिलाफ बोला तो गोली मार दूंगा’, बीजेपी सांसद रवि किशन को जान से मारने की धमकी
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 11 Sep 2025 04:06:20 PM IST
- फ़ोटो Google
CP Radhakrishnan: भारत के नए उपराष्ट्रपति चुने गए सी.पी. राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर राष्ट्रपति ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। अब आचार्य देवव्रत गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल का कार्यभार भी संभालेंगे।
उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 10 सितंबर को नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ था। इसके बाद हुई मतगणना में एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को 452 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी, विपक्षी INDIA गठबंधन के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए थे।
कुल 768 सांसदों ने वोट डाले, जबकि 13 सदस्य अनुपस्थित रहे थे। चुनाव आयोग के अनुसार कुल प्रभावी मतदाता संख्या 781 थी। सी.पी. राधाकृष्णन का शपथ ग्रहण समारोह 12 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति भवन की ओर से इस संबंध में आधिकारिक जानकारी दी गई है।
राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी। इससे पहले वे झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
उनके राजनीतिक जीवन में उनकी शुरुआत 1998 में हुई, जब वे पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। 1999 में वे दोबारा सांसद बने और बीजेपी में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उनका जन्म 1957 में तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।