जेडीयू नेत्री ने राजद समर्थकों पर जानलेवा हमला करने का लगाया आरोप, कहा..एनडीए की जीत के जश्न से नाराज़ थे लालू की पार्टी के लोग Nitish Kumar news : नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंच नई सरकार बनाने का दावा किया पेश; कल होगा शपथ ग्रहण समारोह Bihar News: बिहार के किसानों को कम समय में लखपति बना सकता है यह काम, सरकार की तरफ से भी मिल रही मदद NDA विधायक दल की बैठक शुरू, सेन्ट्रल हॉल में जाने से पूर्व नीतीश कुमार ने हाथ जोड़कर किया अभिवादन Bihar NDA Government : नीतीश कुमार चुने गए एनडीए विधायक दल के नेता, कल 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे Bihar News: चुनाव खत्म होते ही मोदी सरकार ने बिहार को दी बड़ी सौगात, जानकार आप भी हो जाएंगे गदगद; क्या है खास Talab me mili lash : तालाब में मिली महिला की लाश, गांव में मचा हड़कंप ; जांच में जुटी पुलिस टीम Bihar MLA Education: बिहार में आधे से अधिक विधायक के पास कॉलेज-डिग्री नहीं है, उम्र पचास से अधिक है; महिला सदस्यों की संख्या में भी इजाफा Bihar Protem Speaker : बिहार में नई सरकार से पहले प्रोटेम स्पीकर की रेस तेज, इन दावेदारों पर टिकी सबकी निगाहें पहले मुझे फिर देवी जैसी बहन को निकाला, आरजेडी पर भड़के तेजप्रताप, कहा..अगली बार 25 से 5 पर आने में देर नहीं लगेगी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 19 Nov 2025 04:09:53 PM IST
- फ़ोटो
Nitish Kumar news : बिहार की राजनीति में एक बार फिर नीतीश कुमार का दबदबा देखने को मिल रहा है। एनडीए विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को दोपहर राज भवन के लिए रवाना हो गए। मौजूदा मुख्यमंत्री होने के कारण वे पहले अपने पद से इस्तीफा सौंपेंगे और नई सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत करेंगे। इस प्रक्रिया के दौरान वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। गुरुवार सुबह 11 बजे वह एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह उनका 10वां शपथ ग्रहण होगा, जिसे लेकर पूरे राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार के नाम पर एकमत सहमति बनी। भाजपा, जदयू और अन्य सहयोगी दलों के नेताओं ने न केवल उनके नेतृत्व पर भरोसा जताया बल्कि उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को राज्य के लिए आवश्यक बताया। बैठक समाप्त होने के बाद सभी नेता एक साथ राज भवन के लिए रवाना हुए। राज भवन के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और प्रशासनिक अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
राज भवन जाते समय नीतीश कुमार के साथ एनडीए के सभी सहयोगी दलों के शीर्ष नेता मौजूद थे। जदयू अध्यक्ष, भाजपा विधायक दल के नेता, हम और वीआईपी दल के प्रतिनिधि, सभी एक साथ पूरे राजनीतिक गठजोड़ की मजबूती का संदेश दे रहे थे। राज भवन में नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। राज्यपाल द्वारा दावा स्वीकार किए जाने के बाद शपथ ग्रहण की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
सूत्र बताते हैं कि नई सरकार के गठन में इस बार मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्रिमंडल के कई चेहरों में बदलाव देखने को मिल सकता है। एनडीए गठबंधन मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में है और माना जा रहा है कि विभागों के बंटवारे में भी इस बार नई प्राथमिकताएँ तय की जाएंगी। प्रशासनिक सुधार, विकास योजनाओं की गति और कानून-व्यवस्था को लेकर गठबंधन की अगली रूपरेखा एनडीए की पहली बैठक में तय की जाएगी।
नीतीश कुमार ने विधायक दल की बैठक में कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए पर विश्वास जताया है और गठबंधन सरकार राज्य के विकास के लिए लगातार काम करती रहेगी। उन्होंने सभी विधायकों से एकजुट होकर राज्यहित में काम करने की अपील की। भाजपा नेताओं ने भी कहा कि एनडीए सरकार स्थिर और सक्रिय शासन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
गुरुवार को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए तैयारियाँ जोरों पर हैं। सुरक्षा एजेंसियों, जिला प्रशासन, नगर निगम और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों को कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी गई है। हजारों लोगों के इस समारोह में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। वीआईपी गेस्ट सूची में कई केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसद और देश के प्रमुख राजनीतिक नेता शामिल हो सकते हैं।
कार्यक्रम की अहमियत इसलिए भी अधिक बढ़ गई है क्योंकि यह नीतीश कुमार का दसवां शपथ ग्रहण होगा। लंबी राजनीतिक यात्रा और कई बार के राजनीतिक फेरबदल के बीच नीतीश कुमार ने अपने नेतृत्व और प्रशासनिक कौशल से बिहार की राजनीति में एक विशेष स्थान बनाया है। उनके समर्थक उन्हें स्थिरता और विकास के लिए उपयुक्त नेता मानते हैं, वहीं विरोधी दल इस घटनाक्रम को सत्ता-केन्द्रित राजनीति बताते हुए अपनी राजनीतिक रणनीति बना रहे हैं।
राज भवन के बाहर मौजूद पत्रकारों से बातचीत में एनडीए नेताओं ने कहा कि अगले 24 घंटे बिहार की राजनीति के लिहाज से बहुत अहम हैं। शाम को इस्तीफा और गुरुवार की सुबह शपथ ग्रहण के साथ बिहार में सत्ता का नया अध्याय शुरू हो जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया के बीच पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल तेज है। सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। समर्थक खुश हैं कि "नीतीश कुमार अनुभव और स्थिरता का नेतृत्व देंगे", वहीं विपक्ष सवाल उठा रहा है कि बार-बार हो रहे राजनीतिक बदलाव से राज्य को नुकसान हो रहा है। लेकिन फिलहाल, राजधानी पटना में सभी की नजरें सिर्फ एक घटना पर टिकी हैं—गुरुवार सुबह 11 बजे होने वाले शपथ ग्रहण समारोह पर।