Champions Trophy : चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का एलान, गिल बनें उपकप्तान तो सिराज हुए बाहर; गंभीर नही आए नजर RJD MEETING: लालू सिर्फ नाम के, सारा काम तेजस्वी करेंगे, RJD की बैठक में बड़ा फैसला, पार्टी के सारे अहम निर्णय तेजस्वी लेंगे Bihar Politics: तेजस्वी के ड्राइवर बने तेजप्रताप, पहले ही खुद को सारथी कृष्ण और भाई को बता चुके हैं अर्जुन कोलकाता रेप-मर्डर केस में संजय रॉय दोषी करार, 20 जनवरी को सजा का ऐलान UP News: महाकुंभ से लौट रही बस हुई हादसे का शिकार, महिला की मौत; ड्राइवर बेहोश पुलिस को चैलेंज देने वाला सीरियल किलर चंद्रकांत झा गिरफ्तार, बिहार और यूपी के 18 लोगों की कर चुका है हत्या BPSC Exam : 70वीं PT परीक्षा में शामिल हुए स्टूडेंट के लिए बड़ी खबर, आयोग ने चार प्रश्न को किया डिलीट; पढ़िए क्या है वजह Mahakumbh: 2 क्यों 10 बच्चे पैदा करो.... महाकुंभ पहुंचे इस संत ने दिया यह मैसेज Bihar Politics: RJD में हो गया बड़ा खेल 'जगदा बाबू' के आउट होने के बाद सुधाकर भी गायब, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से बनाई दूरी IAS Success Story: रेलवे स्टेशन के WIFI से की सेल्फ स्टडी, कुली से बन गए IAS अफसर; जानिए पूरी स्टोरी
09-Jan-2025 06:34 PM
By Ranjan Kumar
Bihar News: रोहतास से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। कई साल पहले जिस व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और मर्डर के आरोप में चार लोगों को जेल भी भेज दिया गया था। वह व्यक्ति अचानक वापस आ गया है। उसके सामने आते ही पुलिस महकमा में हड़कंप मच गई है। घटना के अकोढीगोला थाना के देवरिया गांव की है।
दरअसल, 17 सितंबर 2008 को अकोढीगोला थाना में नथुनी पाल के हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें गांव के ही चार व्यक्ति पर अपहरण के बाद हत्या का आरोप लगा था। पुलिस ने मामले को सही पाते हुए जांच की तथा नथुनी पाल की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। काफी मशक्कत के बाद जेल तथा बेल का खेल चलता रहा।
इसी बीच उत्तर प्रदेश के झांसी पुलिस ने नथुनी पाल को खोज निकाला है। अब रोहतास पुलिस से लेकर अकोढीगोला पहुंची है। उत्तर प्रदेश के झांसी के बरुआ सागर थाना की पुलिस ने नथुनी पाल को पकड़ा है। बरुआ सागर थाना के चौकी प्रभारी नवाब सिंह ने गश्त के दौरान धवारा गांव से नथुनी पाल को पकड़ा। वह पिछले 16 साल से अधिक समय से झांसी के इसी गांव में रह रहा था। उधर उसकी हत्या के आरोप में एक पूरा परिवार बर्बाद हो चुका था। गांव वालों के दबाव पर कथित आरोपी की सभी जमीन तथा मकान को नथुनी पाल के लोगों ने अपने नाम लिखवा लिया।
नथुनी पाल के माता-पिता की निधन के बाद वह अपने रिश्ते के चाचा रत्ती पाल के यहां रहता था। जब अचानक वह घर से गायब हो गया, तो नथुनी पाल के मामा बाबूलाल पाल ने बिहार के अकोढीगोला थाना में नथूनी पाल के चाचा रति पाल तथा उसके चचेरे भाइयों के खिलाफ अपहरण तथा हत्या का केस दर्ज कर दिया। दुर्भाग्य की बात की पुलिस ने भी जांच में मामले को सही पाते हुए रति पाल तथा उसके तीन पुत्रों सत्येंद्र पाल, विमलेश पाल तथा भगवान पाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। काफी मुश्किल के बाद इन लोगों को जमानत मिली। उधर इस तनाव में रतिपाल का निधन भी हो गया।
फिलहाल नथुनी पाल को बिहार पुलिस रोहतास लेकर आ गई है तथा अकोढीगोला थाना की पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। किस परिस्थिति में 2008 में वह यहां से गायब हो गया तथा इतने दिनों तक गायब रहने के पीछे उसकी मंशा क्या थी? अब जबकि नथुनी पाल वापस आ गया है तो उसके हत्या के आरोप में प्रताड़ना झेल रहे भाइयों ने राहत की सांस ली है। बता दें कि नथुनी पाल की हत्या के आरोप लगने के बाद गांव के लोगों ने परिवार का भी बहिष्कार कर दिया था। वही रोहतास एसएसपी रोशन कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। तमाम कानूनी पहलू को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है।
बहरहाल, जिस तरह से नथुनी पल वापस जिंदा लौट आया है। यह अपने आप में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर जिन लोगों ने नथुनी की हत्या के आरोप में जेल की सजा काटी तथा जिस परिवार की जिंदगी बद से बत्तर हो गई, आखिर अब उसका क्या होगा?