अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त Bihar News: 351 फीट का अनोखा कांवर लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे शिवभक्त, बाबा गरीबनाथ धाम में करेंगे जलाभिषेक दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल दिल्ली में स्वामी करपात्री जी की जयंती पर भव्य समारोह, केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई हुए शामिल कंकड़बाग में युवक पर चाकू से हमला, आपसी रंजिश का मामला; तीन आरोपी गिरफ्तार समाजसेवी अजय सिंह ने बाढ़ प्रभावित जवैनिया गांव का किया दौरा, राहत सामग्री का किया वितरण
1st Bihar Published by: Ranjan Kumar Updated Tue, 04 Feb 2025 01:26:27 PM IST
अफीम की खेती नष्ट - फ़ोटो reporter
Bihar Crime News: बिहार में शराबबंदी के बाद अब नशे की खेती होने लगी है। रोहतास के नौहट्टा थाना क्षेत्र में सोन नदी के किनारे बड़े पैमाने पर लगाए गए अफीम के फसल को सासाराम पुलिस ने नष्ट कर दिया है। पुलिस के अनुसार नष्ट फसल की अनुमानित कीमत लगभग 20 करोड रुपए आंकी गई है और फिलहाल पुलिस कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार, रोहतास जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर नौहट्टा के सोन तटीय इलाके में अफीम की भारी पैमाने पर खेती की गई थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नक्सलियों के सांठ-गांठ से सोन नदी के किनारे लगभग 10 एकड़ में भारी पैमाने पर अफीम की खेती की जा रही है। जिसके बाद उक्त स्थल पर जाकर पुलिस ने अफीम की फसल को नष्ट कर दिया और इससे जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है।
रोहतास पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने बताया कि नौहट्टा थाना क्षेत्र के सोन तटीय इलाके में पुलिस ने छापेमारी कर अफीम की फसल को जब्त किया है। अफीम के फसल की अनुमानित कीमत लगभग 20 करोड रुपए है और फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। पूरी फसल को क्रॉप मशीन के माध्यम से नष्ट कर दिया गया है और कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है। अभी मामले की विस्तृत जांच चल रही है।
बता दें कि रोहतास का नौहट्टा सोन तटीय इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। वर्तमान में इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियां ना के बराबर हो चुकी हैं लेकिन फिर भी इस क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति एवं उनके अवैध कारोबार से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे पूर्व भी इन इलाकों में अफीम की खेती होती रही है। जिससे नक्सलियों को आर्थिक मजबूती मिलती है। यह इलाका एक तरफ कैमूर पहाड़ी से घिरा हुआ है तो दूसरी तरफ सोन नदी से घिरा है। जिसके कारण पूरा इलाका इस तरह के अवैध कारोबार के लिए सेफ जोन माना जाता है।