1st Bihar Published by: Dheeraj Kumar Updated Mon, 15 Sep 2025 12:16:12 PM IST
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Naxal Encounter: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को सोमवार सुबह बड़ी सफलता हाथ लगी। हजारीबाग जिले के गोरहर थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ, कोबरा 209 बटालियन और हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन खूंखार नक्सली मारे गए।
मारे गए नक्सलियों में भाकपा माओवादी की केंद्रीय कमेटी का सदस्य और एक करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश दा, झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य 25 लाख का इनामी रघुनाथ हेंब्रम उर्फ चंचल और जोनल कमांडर 10 लाख का इनामी वीरसेन गंझू शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और कोबरा बटालियन को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सलियों की गतिविधि बढ़ रही है। इस पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। अभियान के दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ के बाद तीनों नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए। मौके से तीन एके-47 राइफल भी जब्त की गई हैं।
हार्डकोर नक्सली प्रवेश दा का असली नाम अनुज उर्फ सहदेव सोरेन है। उसके ऊपर झारखंड सरकार ने एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है। वह भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेतृत्व में शामिल हैं और वर्तमान में पीबीपीजे (पूर्वी बिहार–पूर्वी झारखंड) के क्षेत्रीय सचिव हैं।
प्रवेश दा मूल रूप से हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के भंडोरी गांव का निवासी था। 2013 में गिरिडीह में कैदी वाहन ब्रेक कांड के दौरान सुर्खियों में आया था, जब नक्सलियों ने पुलिस की हिरासत में ले जाए जा रहे वाहन पर हमला कर कई माओवादियों को छुड़ा लिया था। केंद्रीय कमेटी का सदस्य बनाए जाने के बाद इनाम की राशि में चार गुना से अधिक की वृद्धि की गई, जिससे यह एक करोड़ रुपये हो गई।
झारखंड सरकार ने प्रवेश दा पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है। इससे पहले, उस पर 25 लाख रुपये का इनाम था, जो उसके प्रमोशन के बाद बढ़ा दिया गया था। प्रवेश दा संगठन विस्तार की साजिश में जुटा है और झारखंड में नक्सली गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। वह वर्तमान में पीबीपीजे (पूर्वी बिहार–पूर्वी झारखंड) का क्षेत्रीय सचिव था और संगठन की गतिविधियों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था।