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05-Jan-2025 10:26 AM
Reported By: Viveka Nand
EOU Raid: बिहार के सुशासन की सरकार में अफसर और भू माफियाओं का गठजोड़ है. अफसर रिश्वत से कमाए पैसे को भू माफियाओं के माध्यम से जमीन में लगा रहे. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की अलग-अलग टीमों ने शनिवार को जब बेउर जेल के अधीक्षक बिधु कुमार के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में छापेमारी की तो पूरी पोल-पट्टी खुल गई। EOU ने बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार और मोतिहारी का भू माफिया नीरज सिंह जो जेल अधीक्षक का बेहद करीबी है, के ठिकाने पर रेड किया.तब पता चला कि भू माफिया की कंपनी में जेल अधीक्षक की दूसरी पत्नी डायरेक्टर है. मोतिहारी के जिस माफिया नीरज सिंह के ठिकानों पर ईओयू ने रेड किया है, वो काफी विवादित है. फर्जीवाड़ा कर और अधिकारियों से नजदीकी का धौंस दिखाकर जमीन कब्जा करने में कुख्यात है. 2023 में भी 13 करोड़ रू का फर्जीवाडा कर जमीन हड़पने की कोशिश और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है. इस संबंध में मोतिहारी के मुफस्सिल थाने में जमीन माफिया नीरज सिंह के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिर कार्रवाई होती भी कैसे, यहां तो अफसर ही भूमाफिया के संरक्षक हैं.
बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार का जमीन पार्टनर मोतिहारी के नीरज सिंह के खिलाफ 10 दिसंबर 2023 को मोतिहारी के मुफस्सिल थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. मोतिहारी के अमलापट्टी के रहने वाले शैलेंद्र कुमार चौधरी ने 10 दिसंबर 2023 को भू माफिया नीरज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मोतिहारी के मुफस्सिल थाने की पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 468, व अ्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार को केस की जांच का जिम्मा दिया गया था. शैलेंद्र कुमार चौधरी ने आरोप लगाया था कि मोतिहारी के पतौरा-मधुबनी घाट रोड निवासी नीरज सिंह जो एक कुख्यात भू माफिया है, ने षडयंत्र रचकर सूचक एवं सूचक के पिता के नाम से खरीदी की जमीन को 15 दिनों के अंदर 13 करोड़ 52 लाख के फर्जी बैंक लेन-देन दिखाकर निबंधित केवाला खड़ा कर उक्त संपत्ति पर जबरदस्ती कब्जा का प्रयास कर रहा है. पूछताछ करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है. पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया था कि नीरज सिंह ने कुछ वर्षों में 300 से अधिक निबंधित दस्तावेजों का निष्पादन कराया है, जिसमें करोड़ों रुपए के फर्जी बैंक लेन-देन का जिक्र किया गया है . पूछताछ करने पर नीरज सिंह ने मुझे और मेरे पुत्र को जान से मारने की धमकी दी है. पीड़ित शैलेंद्र कुमार चौधरी की आवेदन पर मुफस्सिल थाना अध्यक्ष ने केस संख्या- 873/2023 दर्ज किया था.
बता दें कि शनिवार को बेउर जेल अधीक्षक बिधु कुमार के बेऊर जेल स्थित कार्यालय और आवास के अलावे गोला रोड के पास मौजूद निजी आवास, बिहटा के पास विशनपुरा स्थित पैतृक घर के अलावे मोतिहारी और रक्सौल में एक-एक ठिकानों पर छापेमारी की गयी। इस दौरान उनके ठिकानों से बड़ी संख्या में जमीन जायदाद के निवेश से लेकर अन्य कई तरह के कागजात बरामद हुआ है। जब्त किये गये कागजातों की जांच की जा रही है। जांच के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि किस-किस मद में कितनी अवैध राशि का निवेश किया गया है।
विधु कुमार बेऊर जेल से पहले कटिहार,पूर्णिया,मधुबनी जेलों के भी अधीक्षक रह चुके हैं। बिधु कुमार पर पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई करने के साक्ष्य मिले हैं। अब तक की जांच में यह बात भी बात सामने आई है कि मोतिहारी के एक बिल्डर नीरज कुमार सिंह की कंपनी श्रीकलश आवास डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल में विधु कुमार की दूसरी पत्नी निदेशक हैं। वह सितंबर 2023 में कंपनी की निदेशक बनी थी इनके माध्यम से काराधीक्षक की काली कमाई के बड़े हिस्से का निवेश किया गया है।
बताया जाता है कि बिधु कुमार की बदौलत ही नीरज और उसकी कंपनी का लेनदेन कुछ ही वर्षों में करोड़ों रुपये का हो गया है। EOU की टीम जब मोतिहारी स्थित नीरज के ठिकाने पर छापेमारी करने पहुंची, तो वह पहले ही फरार हो चुका था उसकी तलाश शुरू कर दी गई है ताकि उससे अवैध कमाई से जुड़े पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जा सके। इसके अलावे रक्सौल में विधु कुमार के सीए कमल मसकरा के ठिकाने पर भी की गई छापेमारी छापेमारी के दौरान CA की भी एक कंपनी का पता चला है जिसमें उसके निवेश की जानकारी मिली है।