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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 15 Jun 2025 09:53:31 AM IST
सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE
Success Story: आईपीएस कार्तिकेय शर्मा आज बिहार पुलिस सेवा का एक ऐसा नाम बन चुके हैं, जो अपने तेज-तर्रार निर्णय, तकनीकी दक्षता और कानून-व्यवस्था पर सख्त पकड़ के लिए जाने जाते हैं। वे न सिर्फ एक कर्मठ अधिकारी हैं, बल्कि एक ऐसे युवा लीडर हैं, जिन्होंने देश सेवा को अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। 2025 में उन्हें पटना का एसएसपी नियुक्त किया गया, जो राज्य की सबसे चुनौतीपूर्ण और संवेदनशील जिम्मेदारी मानी जाती है।
कार्तिकेय शर्मा 2014 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद UPSC सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की। तकनीक में गहरी रुचि रखने वाले कार्तिकेय शुरू से ही साइबर अपराध, डेटा विश्लेषण और तेज न्याय प्रक्रिया में रुचि रखते थे। उन्होंने अपने इस झुकाव को पुलिसिंग के आधुनिक तरीकों में बदलते हुए कई जिलों में बेहतरीन परिणाम दिए।
शेखपुरा में एसपी रहते हुए उन्होंने एक चर्चित हत्याकांड का सफल खुलासा किया। महज़ एक चोरी हुआ मोबाइल फोन ट्रेस कर उन्होंने पूरे डकैत गिरोह को गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं, उन्होंने स्पीडी ट्रायल के ज़रिए आरोपियों को जल्दी सज़ा दिलाई, जो बिहार पुलिस के इतिहास में एक मिसाल बनी।
बरबीघा ₹2.5 करोड़ सोना लूट केस- इस हाई-प्रोफाइल मामले में उन्होंने महज़ 24 घंटे के भीतर न केवल डकैत गिरोह को गिरफ्तार किया, बल्कि लूट का माल भी बरामद कर लिया। उनकी त्वरित निर्णय क्षमता और टीम लीडरशिप ने जनता में भरोसे को और मजबूत किया शेखपुरा और पूर्णिया में उन्होंने सैकड़ों साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा। उन्होंने साइबर सेल को तकनीकी संसाधनों से लैस किया और जिलों में साइबर फ्रॉड पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार कार्रवाई की।
2025 में पटना के एसएसपी के रूप में पदभार ग्रहण करते ही उनके सामने राजधानी में बढ़ते अपराध, संगठित गैंगवार, साइबर ठगी, महिलाओं की सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और राजनीतिक दबाव जैसे कई बड़े मुद्दे हैं। हालांकि, कार्तिकेय शर्मा की पिछली उपलब्धियों को देखते हुए, उनसे यह उम्मीद की जा रही है कि वे राजधानी की कानून व्यवस्था को एक नई दिशा देंगे।
क्या बनाता है उन्हें सबसे अलग?
निर्णय लेने की तीव्र क्षमता
टेक्नोलॉजी के साथ कदम मिलाकर चलना
जनता से सीधा संवाद और संवादहीनता को खत्म करना
शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) की नीति
सच्चाई, पारदर्शिता और प्रतिबद्धता
उनकी कार्यशैली न सिर्फ अपराधियों के लिए सख्त रही है, बल्कि आम जनता में विश्वास जगाने वाली रही है। कार्तिकेय शर्मा सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए भी जनता से जुड़ते हैं और ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा सिर्फ एक सख्त पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि नए दौर की आधुनिक पुलिसिंग का चेहरा हैं। उनकी सफलता उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो देश सेवा का सपना देखते हैं। उनकी कहानी यह दिखाती है कि ईमानदारी, मेहनत और तकनीक के सही इस्तेमाल से कोई भी अधिकारी बदलाव ला सकता है और वह बदलाव अब पटना की सड़कों पर देखा जा सकेगा।