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PATNA: पटना के ए.एन.कॉलेज स्थित सत्येन्द्र नारायण सिंह सभागार में GOAL इंस्टीट्यूट का सेमिनार हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं शामिल हुए। इस मौके पर गोल के एक्सपर्ट टीम के द्वारा मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी को लेकर जरूरी टिप्स दिये गये। वही मंच से छात्रों को संबोधित करते हुए संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने कहा कि अंतिम समय में छात्रों को संयमित होकर अपने लक्ष्य के प्रति लगातार प्रयास करनी चाहिए। ऐसा करने से छात्रों को सफलता निश्चित मिलेगी। वही विपिन सर ने नीट की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को तैयारी के दौरान क्या करें क्या न करें, किस तरीके से तैयारी करें, इस तरह के अनेकों प्रश्न परेशान करते रहते हैं। सही समय पर सही दिशा निर्देश और उनके मन में उठ रहे प्रश्नों का उचित उत्तर देकर उनके कठिन रास्ते को सुगम बनाया जा सकता है। छात्रों के इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा पटना के सत्येन्द्र नारायण सिंह सभागार, ए.एन.कॉलेज परिसर में सेमिनार का आयोजन किया गया। दो शिफ्ट में आयोजित इस सेमिनार में हजारों छात्रों ने भाग लिया।
छात्रों को दिशा निर्देश देने के लिए गोल के एक्सपर्ट के साथ इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान] पटना (आईजीआईएमएस) में पढ़ रहे गोल संस्थान के अचीवर बैच के छात्र विकास 680 मार्क, अपर्णा 675 मार्क, निवेदिता 680 मार्क तथा फाऊन्डेशन बैच के छात्र वकार 685 मार्क तथा नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पटना (एनएमसीएच) में पढ़ रहे गोल संस्थान के अचीवर बैच के छात्र छवि 671 मार्क तथा अंजलि 672 मार्क नें अपने तैयारी के दौरान के अपने अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया।
छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने छात्रों को निम्नलिखित सुझाव देते हुए कहा कि अंतिम समय में छात्रों को संयमीत होकर अपने लक्ष्य के लिए लगातार प्रयास करने से सफलता सुनिश्चित होगी।
• समय का प्रबंधन करते हुए प्रतिदिन 10 घंटे या ज्यादा की पढ़ाई करें।
• पॉजिटिव सोच एवं आत्म विश्वास के साथ प्रयास करें।
• एन॰ सी॰ ई॰ आर॰ टी॰ की पुस्तक को तैयारी के मुख्य केन्द्र में रखें।
• प्रत्येक चैप्टर के प्रश्नों से अभ्यास करें।
• डाउट्स वाले प्रश्नों के लिए शिक्षक एवं डिस्कशन का मदद लें।
• सही समय अंतराल पर बार-बार रिविजन करें।
• टेस्ट के माध्यम से अपने गलतियों को जानें एवं लगातार उसे सुधारने की कोशिश करें।
• सही एवं जानकार व्यक्ति की निगरानी में सही दिशा निर्देश को फॉलो करें।
प्राणायाम एवं सकारात्मक सोच से अपने तन एवं मन को स्वस्थ रखते हुए पढ़ाई करें। अंतिम समय में पर्याप्त नींद लें एवं प्रत्येक दिन उसे पिछले दिन से बेहतर बनाने का प्रयास करें।विपिन सिंह ने बताया की जैसे-जैसे NEET का एग्जाम नजदीक आ रहा है छात्रों को पढ़ाई का समय कम करना चाहिए और नींद पर्याप्त लेना चाहिए। पढ़ाई पूरी तरह से मई 3 को शाम 5 से बंद कर देना है और रिलेक्स रहना चाहिए। एग्जाम के दिन नाश्ता जरूर करना चाहिए जिसमें तला, भूना चीजें खाने से बचना चाहिए। एग्जाम सेंटर में प्रवेश से पहले कम से कम दो केले खा कर जाना चाहिए इससे बच्चों की एनर्जी लेवल मेंटेन रहे।
छात्रों को सफलता का महत्वूपर्ण टिप्स देते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि अंतिम समय में छात्र किसी नए पुस्तक को पढ़ने से बचें एवं अपने निगेटीव स्कोर को कम करने के लिए पर्याप्त रिविजन एवं प्रैक्टिस करें। प्रत्येक दिन छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उसे एचीव करने से बड़ा लक्ष्य आसानी से पा सकते हैं। गोल इन्स्टीट्यूट के आर॰ एण्ड डी॰ हेड आनन्द वत्स ने टाइम मैनेजमेंट के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रकृति ने सभी छात्रों को दिन रात मिलाकर 24 घंटे का बराबर समय दिया है।
इसी समय से जो छात्र ज्यादा समय इस्तेमाल कर लेते हैं वे सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच जाते हैं। गोल धनबाद के सेन्टर डायरेक्टर संजय आनंद ने सिलेबस खत्म होने के बाद रिवीजन के महत्व पर जोर दिया।छात्रों के बीच गौरव सिंह, संजीव जी एवं विनित जी ने भी अपने महत्वपूर्ण अनुभवों को साझा किया और बताया कि गोल इन्स्टीट्यूट छात्रों को सफलता दिलाने के लिए हर संभव मदद करने को प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम में गोल संस्थान के नीरज मिश्रा, राहुल आदि भी उपस्थित थे।