Smartphone Price Increase: क्यों बढ़ रही है स्मार्टफोन की कीमत, जानकर रह जाएंगे हैरान

Smartphone Price Increase: आज के समय में स्मार्टफोन केवल कॉल और मैसेज का साधन नहीं रह गया है, बल्कि यह सोशल मीडिया, वीडियो एडिटिंग, ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल पेमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी कई आधुनिक सुविधाओं का केंद्र बन गया है। जानिए...

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Dec 2025 02:52:52 PM IST

Smartphone Price Increase

स्मार्टफोन की कीमत - फ़ोटो GOOGLE

Smartphone Price Increase: आज के समय में स्मार्टफोन केवल कॉल और मैसेज का साधन नहीं रह गया है, बल्कि यह सोशल मीडिया, वीडियो एडिटिंग, ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल पेमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी कई आधुनिक सुविधाओं का केंद्र बन गया है। इन सभी कार्यों के सुचारु संचालन में RAM की भूमिका अहम होती है। RAM (Random Access Memory) वह अस्थायी मेमोरी होती है जिसमें फोन में चल रहे ऐप्स और प्रोसेस का डेटा स्टोर होता है। जितनी ज्यादा RAM होगी, उतने ही ज्यादा ऐप्स एक साथ बिना रुकावट के चल सकते हैं और फोन की परफॉर्मेंस बेहतर रहती है।


RAM कैसे काम करती है? 

जब कोई ऐप खोला जाता है, तो उसका जरूरी डेटा स्टोरेज से RAM में आता है। RAM की स्पीड स्टोरेज की तुलना में अधिक होती है, जिससे ऐप तेजी से खुलते हैं और स्मूद काम करते हैं। ऐप बंद होने या फोन रीस्टार्ट होने पर RAM साफ हो जाती है। RAM कम होने पर फोन बार-बार ऐप्स बंद करने, बैकग्राउंड प्रोसेस रुकने और लैग जैसी समस्याओं का सामना करता है। यही कारण है कि अब 8GB या 12GB RAM वाले फोन ज्यादा लोकप्रिय हो रहे हैं।


RAM की मांग में वृद्धि

RAM की मांग में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं। आधुनिक ऐप्स और गेम्स भारी हो गए हैं, ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादा संसाधन मांगते हैं, और 5G, AI फीचर्स और मल्टीटास्किंग की वजह से RAM की जरूरत लगातार बढ़ रही है। मिड-रेंज स्मार्टफोन में अब 8GB RAM आम हो गया है, जबकि प्रीमियम फोन में 12GB से 16GB तक RAM देखने को मिल रही है।


हाल के समय में RAM चिप्स की ग्लोबल सप्लाई प्रभावित हुई है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में उतार-चढ़ाव, बढ़ती मांग और सीमित उत्पादन क्षमता के कारण RAM की उपलब्धता कम हो रही है। AI सर्वर, डेटा सेंटर और लैपटॉप मार्केट में RAM की बढ़ती मांग भी स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर दबाव डाल रही है। मांग ज्यादा और सप्लाई कम होने से कीमत बढ़ रही है, जिससे स्मार्टफोन महंगे हो सकते हैं।


स्मार्टफोन यूजर्स पर पड़ सकता है RAM की बढ़ती कीमत का असर

RAM की बढ़ती कीमत का सबसे ज्यादा असर बजट स्मार्टफोन यूजर्स पर पड़ सकता है। पहले 10–12 हजार रुपये में 6GB RAM मिलती थी, अब उसी कीमत में 4GB RAM तक सीमित विकल्प मिल सकते हैं। वर्चुअल RAM जैसे सॉफ्टवेयर फीचर्स कुछ हद तक मदद करते हैं, लेकिन असली RAM का विकल्प नहीं बनते। प्रीमियम फोन में RAM महंगी होने का असर कम महसूस हो सकता है, लेकिन हाई-एंड वेरिएंट जैसे 16GB RAM वाले फोन महंगे हो सकते हैं। RAM टेक्नोलॉजी में बदलाव भी कीमत पर असर डाल रहे हैं। LPDDR4 से LPDDR5 और अब LPDDR5X तक RAM टेक्नोलॉजी विकसित हुई है। नई RAM टेक्नोलॉजी तेज, पावर एफिशिएंट और महंगी होती है।


यूजर्स को सलाह दी जाती है कि नया स्मार्टफोन खरीदते समय RAM को नजरअंदाज न करें। कम से कम 8GB RAM वाला फोन चुनना बेहतर होगा। सिर्फ ज्यादा RAM के लिए महंगा फोन लेना जरूरी नहीं है। अपनी जरूरत और उपयोग के हिसाब से संतुलन बनाना जरूरी है। RAM स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस की रीढ़ है और बढ़ती टेक्नोलॉजी और ऐप्स की मांग के कारण इसकी अहमियत भविष्य में और बढ़ेगी। इस तरह RAM की कमी और बढ़ती कीमतें स्मार्टफोन उद्योग और यूजर्स दोनों के लिए महत्वपूर्ण चुनौती बन रही हैं, जिसे समझदारी से मैनेज करना आवश्यक है।