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मिजोरम में शराब नीति के इस बदलाव के बाद राज्य में शराब और बीयर की बिक्री पर कुछ सीमा और नियंत्रण लागू किया जाएगा, लेकिन शराब पर पूर्ण प्रतिबंध हटाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। राज्य के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शुक्रवार (21 फरवरी) को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि मिजोरम में शराब की बिक्री पर एक नया दृष्टिकोण अपनाया जाएगा, जिसमें बिक्री को नियंत्रित किया जाएगा, जिससे राज्य में शराब और बीयर के व्यापार को सुव्यवस्थित किया जा सकेगा।
मिजोरम में शराबबंदी कानून 2019 में लागू हुआ था, जिसके तहत राज्य में शराब की बिक्री, मैन्युफैक्चरिंग और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। इस कानून ने वाइन और बीयर की बिक्री को भी निषिद्ध कर दिया था, लेकिन 2022 में सरकार ने स्थानीय अंगूर उत्पादकों के विरोध के बाद अंगूरों से वाइन बनाने और उसकी बिक्री की अनुमति दी थी।
मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कहा कि "हम शराब पर प्रतिबंध हटाने का कोई इरादा नहीं रखते, लेकिन शराब और बीयर की बिक्री को रेग्युलेट करने के लिए हम इस कानून में बदलाव करेंगे।" उनका कहना था कि सरकार चालू बजट सत्र के दौरान शराबबंदी कानून में संशोधन के लिए एक विधेयक पेश करेगी, जो मिजोरम में शराब की बिक्री को नियंत्रित करेगा और इसे एक ठोस ढांचे में लाएगा।
मिजोरम सरकार ने न केवल शराब की बिक्री पर विचार किया है, बल्कि राज्य के पर्यटन क्षेत्र को भी नया आयाम देने की तैयारी की है। 21 फरवरी को राज्य विधानसभा में मंत्री पी लालरिनपुई ने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार आइजोल में स्थित चल्तलंग पर्यटक लॉज को 5 स्टार होटल में बदलने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि यह कदम मिजोरम में बेहतर होटल्स की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उठाया जा रहा है, ताकि राज्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सके।
पिछले साल नवंबर में भी लालरिनपुई ने कहा था कि राज्य को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रमों की मेज़बानी के लिए उच्च गुणवत्ता वाले 5 स्टार होटल्स की सख्त जरूरत है। इसके बाद सरकार ने चल्तलंग टूरिस्ट लॉज के प्राइवेटाइजेशन का निर्णय लिया है। अब इस लॉज को निजी एजेंसियों को सौंपने के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे, ताकि इसे 5 स्टार होटल के रूप में विकसित किया जा सके।
मिजोरम में शराब की बिक्री से लेकर पर्यटन क्षेत्र में सुधार की ये योजनाएं राज्य के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखती हैं। शराब पर प्रतिबंध में ढील देने से जहां राज्य के राजस्व में इजाफा हो सकता है, वहीं मिजोरम को एक नया पर्यटन केंद्र भी बन सकता है। साथ ही, शराब की बिक्री पर नियंत्रण से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
राज्य में शराब की बिक्री से जुड़े इस बदलाव के बाद मिजोरम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिसमें रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं और राज्य के विकास में तेजी आ सकती है। हालांकि, यह बदलाव समाज में शराब की खपत पर भी असर डालेगा, जिससे यह देखना अहम होगा कि सरकार इसे किस तरह नियंत्रित करती है।