Bihar Politics: ‘कांग्रेस नेता को सिर्फ चुनाव में आती है बिहार की याद’ राहुल गांधी पर प्रशांत किशोर का अटैक Bihar Politics: ‘कांग्रेस नेता को सिर्फ चुनाव में आती है बिहार की याद’ राहुल गांधी पर प्रशांत किशोर का अटैक Bihar News: उद्घाटन से पहले हो गया बड़ा खेल, शिलापट्ट पर नाम नहीं देख भड़के BJP विधायक; बवाल बढ़ा तो तोड़कर हटाना पड़ा Bihar News: उद्घाटन से पहले हो गया बड़ा खेल, शिलापट्ट पर नाम नहीं देख भड़के BJP विधायक; बवाल बढ़ा तो तोड़कर हटाना पड़ा Bihar Crime News: बिहार के SP समेत 6 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल हार्डकोर नक्सली अरेस्ट, 15 साल से दे रहा था चकमा Bihar Crime News: बिहार के SP समेत 6 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल हार्डकोर नक्सली अरेस्ट, 15 साल से दे रहा था चकमा Ram Mandir Fraud: श्रद्धा के नाम पर बड़ी ठगी, प्रसाद भेजने की बात कह वसूले 3.85 करोड़; शातिरों ने रामलला को भी नहीं छोड़ा Ram Mandir Fraud: श्रद्धा के नाम पर बड़ी ठगी, प्रसाद भेजने की बात कह वसूले 3.85 करोड़; शातिरों ने रामलला को भी नहीं छोड़ा बिहार में ग्रामीण सड़कों का जाल..बना नया कीर्तिमान, 1843 सड़कें और 852 पुल हुए तैयार Mahila college condition in Bihar : सरकार के दावे बड़े , लेकिन "बेटी पढ़ाओ" बना मज़ाक! महिला कॉलेजों में फंड नहीं, हाल बेहाल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 05 Jun 2025 08:26:36 AM IST
सदर अस्पताल का दृश्य - फ़ोटो रिपोर्टर
Bihar News: शिवहर के नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 में बुधवार देर रात डीजे की तेज आवाज के कारण 14 वर्षीय बच्ची को हार्ट अटैक आया। सदर अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद डॉक्टरों और नर्सों की कथित लापरवाही के कारण बच्ची की मौत हो गई। परिजनों और नगर सभापति ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 में बुधवार देर रात डीजे की तेज आवाज के कारण एक 14 वर्षीय बच्ची को हार्ट अटैक आया। परिजनों ने तुरंत उसे शिवहर सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों और नर्सों ने कथित तौर पर कोई इलाज नहीं किया और तमाशबीन बने रहे। नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने बताया कि जब वे स्वयं अस्पताल पहुंचे, तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया था। सभापति ने कहा, “अगर डॉक्टरों में थोड़ी सी भी इंसानियत होती, तो शायद बच्ची की जान बच सकती थी।”
परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही को बच्ची की मौत का कारण बताया है। नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों और नर्सों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। परिजनों ने भी नगर थाना में आवेदन देकर डॉक्टरों की लापरवाही की जांच और कार्रवाई की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद लापरवाही के आरोपों की सत्यता की पुष्टि की जाएगी और उचित कार्रवाई होगी।
बच्ची की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। स्थानीय लोग सरकारी अस्पतालों की लचर व्यवस्था और डॉक्टरों की कथित लापरवाही को लेकर आक्रोशित हैं। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को एक बार फिर अच्छे से उजागर कर दिया है।
रिपोर्ट: समीर कुमार झा, शिवहर