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1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Fri, 24 Jan 2025 06:02:50 PM IST
ग्रामीणों ने किया हंगामा - फ़ोटो reporter
CM Nitish Kumar Pragati Yatra: सहरसा के महिषी प्रखंड स्थित तेलवा गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा को लेकर महीनों से चल रही तैयारियां बेकार हो गईं। मुख्यमंत्री के नहीं पहुंचने से नाराज ग्रामीणों ने कार्यक्रम को लेकर लगाए गए बैनर-पोस्टर को फाड़कर विरोध जताया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों प्रगति यात्रा पर हैं और हर दिन एक जिले का दौरा कर वहां चल रही विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। इस दौरान सीएम करोड़ों की योजनाओं की सौगात भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार को सहरसा पहुंचे और करोड़ों की योजनाओं की सौगात जिले के लोगों को दी लेकिन इस बीच सीएम का एक कार्यक्रम रद्द हो गया और वह बिना कार्यक्रम में पहुंचे ही सहरसा से वापस लौट गए।
महिषी प्रखंड स्थित तेलवा गांव में सीएम को जाना था लेकिन वह नहीं पहुंचे और बगल के गांव से वापस लौट गए। सीएम के आगमन को लेकर गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया था और प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। 22 जनवरी की देर शाम तक सांसद, विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों में मुख्यमंत्री को देखने का उत्साह था, लेकिन वे गांव के बगल से ही लौट गए।
जब ग्रामीणों को इस बात का पता चला कि सीएम का दौरा रद्द हो गया है तो वह आक्रोशित हो गए और मुख्यमंत्री के बैनर को फाड़कर जमकर हंगामा किया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में लोग कह रहे हैं कि अगर आना ही नहीं था तो इतने दिनों से इंतजार क्यों कराया गया। मुख्यमंत्री के नहीं आने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि ठंड की वजह से कार्यक्रम रद्द किया गया।
बता दें कि मुख्यमंत्री के दौर को लेकर कार्यक्रम की तैयारियों के लिए कई दिनों से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी। स्थानीय प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी और लाउडस्पीकर से की जा रही घोषणाओं को सुनकर लोग उत्साह से कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे थे। ग्रामीणों का गुस्सा इस बात को लेकर भी था कि उन्हें पहले से कोई सूचना नहीं दी गई और अंतिम समय में कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। जिसको लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है।