शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 03 Jan 2025 10:31:02 AM IST
पटना में ट्रेन रोकने पहुंचे पप्पू - फ़ोटो REPOTER
BPSC Student Protest in Patna: पटना में BPSC परीक्षा को वापस से करवाए जाने की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन और तेज होता जा रहा है। छात्र संगठन BPSC परीक्षा को पुनः आयोजित करने की मांग को लेकर रोड पर आ गए हैं। अभ्यर्थियों ने पटना के सचिवालय हाल्ट पर ट्रेनों को रोकने का प्रयास किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों के बीच टकराव की स्थिति भी देखने को मिली है।
दरअसल,BPSC की परीक्षा रद्द किए जाने की मांग के समर्थन में आज छात्र संगठन युवा शक्ति ने पटना के सचिवालय हाल में जमकर हंगामा किया और ट्रेन को रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ हल्की झड़प की भी खबरें सामने आ रही है। हालांकि,समझा-बुझाकर कुछ ट्रेनों को वहां से रवाना हो गए। इसके बाद भी कुछ लोग रेल पटरी पर अटके हुए हैं। इसके बाद इन लोगों को हटाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं, छात्रों का कहना है कि BPSC परीक्षा को पुनः आयोजित होनी चाहिए। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक और गड़बड़ी की शिकायतों के बावजूद केवल एक केंद्र पर दोबारा परीक्षा कराना पर्याप्त नहीं है। उनका कहना है कि यह छात्रों के साथ धोखा है और पूरी परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से आयोजित करना ही समाधान है।
इधर, छात्रों ने कहा कि यदि चक्का जाम के बाद भी सरकार ने छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो पूरे बिहार को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि सरकार अपनी जिद पर अड़ी रहती है और लाखों छात्रों के भविष्य के साथ हिंसा करती है, तो हमारे पास लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए केवल गोली खाने और लाठी खाने का विकल्प रह जाएगा।