निशांत ने पैर छूकर पापा से लिया आशीर्वाद, कहा..पिताजी पूरी तरह फिट हैं, जनता से किये सभी वादे पूरा करेंगे Bihar News: बिहार के युवाओं के पास विदेश में नौकरी करने का मौका, इस दिन तक कर सकते हैं आवेदन 10वीं बार CM बनने पर नीतीश कुमार को तेज प्रताप यादव ने दी बधाई, बेरोजगारी और पलायन पर क्या बोले जानिये? घरेलू विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की चाकू मारकर की हत्या, इलाके में सनसनी Patna Crime News: पटना में भतीजे ने दिव्यांग चाचा को उतारा मौत के घाट, स्थानीय लोगों ने आरोपी को दबोच किया पुलिस के हवाले सहरसा के युवक की संदिग्ध मौत: मधेपुरा में मिला शव, परिजनों ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप Bihar News: बिहार के इस जिले में निशुल्क स्मार्ट डिजिटल लाइब्रेरी शुरू, स्थानीय छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत बेगूसराय में पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई, मुठभेड़ में एक अपराधी घायल, 4 गिरफ्तार Bihar News: बिहार के इस जिले में विदेशी शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस के दिमाग के आगे फेल हुआ तस्कर का जुगाड़ घुटने टेककर मायावती से मिले बिहार के इकलौते BSP विधायक सतीश सिंह, मुस्कुराती रहीं बसपा सुप्रीमो
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 06 Oct 2025 01:05:43 PM IST
- फ़ोटो
NITISH KUMAR : मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत 21 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेज दिए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ₹2100 करोड़ ट्रांसफर किए हैं। इसके बाद अब इसका लाभ ले रही एक लाभार्थी ने इसके फायदे गिनबाये हैं। उनका कहना है कि वह बदलाव की एक मिसाल बन चुकी हैं।
किशनगंज जिले की रजनी देवी और पोडिया देवी अपने गांव में बदलाव की मिसाल बन चुकी हैं। सिलाई-कढ़ाई और बकरी पालन जैसे पारंपरिक व्यवसायों से शुरू करके ये महिलाएं अब नए उद्यम की राह पर कदम बढ़ा रही हैं। हालांकि उनके सपनों की उड़ान अभी थमी नहीं है। महिला रोजगार योजना से वे अत्यंत उत्साहित हैं। योजना से मिली राशि से वे अपने व्यवसाय का और अधिक विस्तार करना चाहती हैं। उनकी कहानी सिर्फ उनकी मेहनत की नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला रोजगार योजना की सफलता की भी गवाही देती है।
"पहले मैं केवल घर के काम तक ही सीमित थी," कहती हैं किशनगंज की निवासी रजनी देवी। "लेकिन अब मैं अपने सिलाई-कढ़ाई के काम को बाजार तक ले जा रही हूँ। यह राशि मेरे लिए अवसर की तरह है। मैं इस राशि से सिलाई-कढ़ाई करने के लिए दूकान खोलूंगी, और आस-पास की महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण भी दूंगी।“
वहीं किशनगंज की रहने वाली पोडिया देवी अपने उज्जवल भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित हैं। चेहरे पर मुस्कान और आत्मविश्वास से भरी पोडिया देवी कहती हैं, "बकरी पालन में निवेश करना हमेशा से मेरा सपना था। लेकिन पैसे की तंगी के कारण मैं बकरियां नहीं खरीद पा रही थी। मगर इस योजना ने मेरे सपनों को पूरा कर दिया है। अब योजना के तहत मिली राशि से मैं इसे शुरू कर सकती हूँ और अपने व्यवसाय को बढ़ा सकती हूं। हम जैसी कमजोर तबके की महिलाओं के लिए ऐसी योजना लाने के लिए मैं नीतीश जी का धन्यवाद देती हूं। मेरे परिवार वाले भी अब बेहद खुश हैं।“
आरा के पीरो प्रखंड की रहने वाली मंजू देवी की कहानी भी कुछ ऐसी है। उनसे बातचीत करने पर पता चला कि वे बचपन से ही ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती थी। मगर घर की आर्थिक तंगी के कारण अपने सपने का किसी से जिक्र भी नहीं किया। अब वे खुल कर सबको बताती हैं। मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि योजना कि राशि मिलने से हमारे हौसले दोगुनी तेजी से बुलंद हो गये हैं। 10 हजार की सहायता राशि से वे अपने पार्लर को रिनोवेट कर गांव की महिला को सौंदर्यीकरण में चार चांद लगाएगी।
पोडिया देवी, मंजू देवी और रजनी देवी जैसी लाखों महिलाओं से बातचीत करने के बाद यह तो स्पष्ट है कि महिला रोजगार योजना ने महिलाओं को न केवल आर्थिक सुरक्षा दी है, बल्कि आत्मविश्वास और सम्मान भी लौटाया है। उन्हें समाज में बेहतर जीवन जीने का अवसर भी दिया है। इस योजना के तहत अब तक 3 किस्तों का पैसा ट्रांसफर किया जा चुका है। पहली किस्त 26 सितंबर को जारी की गई थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 75 लाख महिलाओं के खाते में पैसा भेजा था। दूसरी किस्त 3 अक्टूबर को भेजी गई थी। इस दौरान सीएम नीतीश ने 25 लाख महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की सौगात दी थी। आज तीसरी किस्त के रूप में 21 लाख महिलाओं को पैसा मिला है। इस तरह आज कुल 1.21 करोड़ महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए पैसा मिल गया है।